पेट्रोलियम मंत्री ने बताया फॉर्मूला ऐसे कम होंगे बेलगाम पेट्रोल डीजल के दाम
नई दिल्ली। पेट्रोल और डीजल के दामों में रिकॉर्ड बढ़ोतरी के बाद पेट्रोलियम मंत्री ने चिंता जाहिर करते हुए कहा है कि कीमतों पर लगाम लगाने के लिए इन्हें जीएसटी के दायरे में लाना जरूरी हो गया है। बता दें कि आज की स्थिति में दिल्ली में पेट्रोल के दाम 80 रुपए प्रति लीटर पहुंच चुका है। पेट्रोल-डीजल के दाम में हर दिन कुछ न कुछ वृद्धि देखने को मिल रही है। इनके दामों में रिकॉर्ड बढ़ोतरी के बाद दोनों को जीएसटी में लाने की मांग भी बढ़ने लगी है। जिसके बाद अब पेट्रोलियम मंत्री ने इनको जीएसटी में शामिल किए जाने पर अपनी मंशा साफ कर दी है।
देश को हो रहा 15 हजार करोड़ का नुकसान
पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने बताया कि पेट्रोल और डीजल की वजह से देश को करीब 15 हजार करोड़ का नुकसान उठाना पड़ रहा है। ऐसे में अगर पेट्रोल-डीजल को जीएसटी में शामिल किया जाता है तो यह देश के साथ-साथ उपभोक्ताओं के हित में होगा। उन्होंने कहा कि पेट्रोल-डीजल के दामों में वृद्धि के पीछे सबसे बड़ा कारण अंतरराष्ट्रीय राजनीतिक और आर्थिक स्थिति है।
सिर्फ एक्साइज ड्यूटी कम करने से नहीं होगा समाधान
पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि सिर्फ एक्साइज ड्यूटी कम करने से इस समस्या का समाधान नहीं हो सकता है। ईरान, तुर्की, वेनेजुएला जैसे देशों में राजनीतिक स्थिति की वजह से कच्चे तेल का उत्पादन प्रभावित हुआ है। उन्होंने कहा कि पेट्रोलियम निर्यातक देशों का संगठन ओपेक भी कच्चे तेल का उत्पादन नहीं बढ़ा पाया है। जबकि ओपेक ने कच्चे तेल के उत्पादन का वादा किया था।
आज 41 से 47 पैसे की वृ्द्धि
पेट्रोल और डीजल के दामों में वृद्धि की बात करे तो देश के अलग-अलग हिस्सों में शनिवार को 41 से 47 पैसे प्रति लीटर की वृद्धि देखने को मिली है। उम्मीद लगाया जा रहा है कि रविवार को पेट्रोल के दाम 88 रुपए प्रति लीटर जा सकते हैं। पेट्रोल-डीजल के दामों में रोजाना हो रही वृद्धि ने सरकार की रणनीति पर भी सवाल खड़े कर दिये हैं। अब देखना है कि क्या पेट्रोलियम मंत्री की इसे जीएसटी में शामिल करने की बात को जीएसटी पैनल गंभीरता से लेता है या नहीं।
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