महाराजगंज के 80 गांव में बाढ़, अब तक 36 लोगों की मौत, स्थिति भयावह
देशभर में बाढ़ की वजह से लोगों की मौत का सिलसिला जारी है, एनडीआरएफ की टीम लगातार राहत और बचाव के काम में जुटी हैं।
नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश में लगातार बारिश के चलते कई जिलों में बाढ़ जैसे हालात हो गए हैं। महाराजगंज के 80 गांव बाढ़ की मार झेल रहे हैं और जलमग्न हो गए हैं। प्रदेश के 15 जिले बाढ़ की चपेट में आ चुके हैं। बाढ़ के चलते प्रदेश में अबतक कुल 36 लोगों की मौत हो चुकी है। जो शहर बाढ़ से सबसे ज्यादा प्रभावित हैं वह गोंडा, बहराइच, श्रावस्ती, सखीमपुर खीरी, बलरामपुर हैं।
यूपी में 36 लोगों की जान गई
यूपी में अभी तक कुल 36 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि एनडीआरएप की टीम ने अभी तक 2500 लोगों को बचाया है। साथ ही बाढ़ पीढ़ितों की लगातार मदद की जा रही है और उन्हें खाने के पैकेट बांटे जा रहे हैं। बाढ़ के बदतर हालात ना सिर्फ उत्तर प्रदेश बल्कि देश के कई राज्यों में भी हैं। बाढ़ की चपेट में आने से लगातार लोगों की मौत हो रही है।
असम में 49 लोगों की जान गई
असम में बाढ़ से मरने वालों की संख्या 49 पहुंच गई है, ऐसे में अगर इस साल असम में बाढ़ से मरने वालों की संख्या पर नजर डालें तो यह आंकड़ा 119 तक पहुंच चुका है। देश के 9 राज्य बाढ़ की चपेट में हैं, जहां एनडीआरएप की टीम लगातार राहत और बचाव का काम कर रही है। जो राज्य बाढ़ से सबसे ज्यादा प्रभावित हैं वह बिहार, असम, यूपी, पश्चिम बंगाल, हिमाचल प्रदेश, अरुणाचल प्रदेश, गुजरात, त्रिपुरा, ओडिशा हैं।
बिहार में सबसे अधिक मौत
बाढ़ से प्रभावित जगहों पर राहत और बचाव के कार्य के लिए एनडीआरएफ की कुल 113 टीमें तैनात की गई हैं। बाढ़ के चलते सबसे ज्यादा तबाही बिहार में हुई है, यहां मरने वालों की संख्या सबसे अधिक है। अररिया में 20, पूर्वी चंपारण में 14, पश्चिम चंपारण में 13, मधेपुरा में 12, सीतामढ़ी में 11, किसानगंज में 8, मधुबनी में 5, दरभंगा में 4, सहरसा में 3, सिहोर में 2, सुपूल में 1 की मौत हो चुकी है। बिहार के आपदा प्रबंधन के अनुसार अबतक कुल 3.59 लाख लोगों सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया जा चुका है। जबकि 2.13 लाख लोगों को अलग अलग 504 राहत कैंप में भेजा जा चुका है।