'भगवा हिंदुओं का, हरा मुसलमानों का,गाय हिंदुओं की और...', शाहरुख की 'पठान' पर फारूक अब्दुल्ला ने क्या कहा?
फारूक अब्दुल्ला ने आगे कहा, ''सरकार ने कहा था कि धारा 370 हटने से आतंकवाद खत्म हो जाएगा। इसे हटाए हुए कितने साल हो गए हैं? क्या आतंकवाद (घाटी में) खत्म हो गया है।''
Farooq Abdullah on Shah Rukh Khan film Pathaan: बॉलीवुड अभिनेता शाहरुख खान और दीपिका पादुकोण की आने वाली फिल्म 'पठान' को लेकर देशभर में विरोध प्रदर्शन किए गए हैं। पठान के 'बेशर्म रंग' के भगवा रंग की बिकिनी पर विवाद जारी है। अब इस फिल्म पर जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री और नेशनल कॉन्फ्रेंस के चीफ फारूक अब्दुल्ला ने अपनी प्रतिक्रिया दी है। जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला ने कहा, ''शाहरुख खान की नई फिल्म (पठान) में भगवा रंग के कपड़े पहनने पर विवाद छिड़ गया। क्या इसका मतलब यह है कि भगवा हिंदुओं का है और हरा मुसलमानों का? यह क्या है? गाय हिंदुओं की और बैल मुसलमानों का?''
फारूक अब्दुल्ला ने कहा- क्या धारा 370 हटने से आतंकवाद खत्म हो गया है?
फारूक अब्दुल्ला ने आगे कहा, ''सरकार ने कहा था कि धारा 370 हटने से आतंकवाद खत्म हो जाएगा। इसे हटाए हुए कितने साल हो गए हैं? क्या आतंकवाद (घाटी में) खत्म हो गया है।'' इससे पहले भी फारूक अब्दुल्ला ने पठान को लेकर बयान दिया था। फारूक अब्दुल्ला ने कहा था, ''ये लोग अभी भी कपड़ों पर अटके हुए हैं, जबकि दुनिया बहुत आगे चली गई है। आज ये लोग कहते हैं हिंदू खतरे में हैं, जबकि मुगल काल में हिंदू खतरे में नहीं थे। तो अब ये खतरे में कैसे आ सकते हैं। ये राजनीतिक पार्टियां सत्ता में आने के लिए इन सबका इस्तेमाल करती हैं। पार्टियां कहती हैं कि ये खतरे में हैं, वो खतरे में हैं।''
RJD नेता सिद्दीकी के बयान पर क्या बोले फारूक अब्दुल्ला?
आरजेडी नेता अब्दुल बारी सिद्दीकी के बयान पर फारूक अब्दुल्ला ने कहा, ''यह सच है कि भारत में नफरत बढ़ी है लेकिन देश छोड़ना कोई समाधान नहीं है। हमें एकजुट रहना है और इसे नफरत खत्म करना है। अगर इस देश को बचाना है, तो सभी धर्मों के लोगों को भाईचारे का पालन करना चाहिए।''
अब्दुल बारी सिद्दीकी ने क्या दिया था बयान
देश में मुसलमानों की स्थिति को लेकर बिहार के पूर्व मंत्री और आरजेडी नेता अब्दुल बारी सिद्दीकी ने कहा कि देश का माहौल मुसलमानों के लिए असुरक्षित हैं। उन्होंने बच्चों को विदेश में बसने की सलाह दी। अब्दुल बारी सिद्दीकी ने आगे कहा, ''मेरा एक बेटा है जो हार्वर्ड यूनिवर्सिटी में पढ़ता है। एक बेटी है, जो लंदन स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स की पास आउट हैं। देश में इस वक्त माहौल खराब हो रहा है। ऐसे में हमने अपने बेटा-बेटी को कहा कि उधर ही नौकरी कर लो। अगर नागरिकता मिल जाए तो ले लो। अब भारत में रहने लायक माहौल नहीं है। पता नहीं तुम लोग झेल पाओगे या नहीं झेल पाओगे, इसलिए यहां आओ।''
'अगर देश को बचना है तो मुसलमान हो, हिंदु हो, सिख हो...'
फारूक अब्दुल्ला ने आगे कहा, ''अगर इस देश को बचना है तो मुसलमान हो, हिंदु हो, सिख हो, ईसाई हो, हम सबको भाईचारे में रहना है। रामराज्य ये ही था कि सब बराबर हैं। कोई भी देश का आदमी पीछे रह जाए तो देश मजबूत नहीं हो सकता।''
फारूक अब्दुल्ला ने कहा, ''देश जरूर मुश्किल से गुजर रहा है, नफरतें बढ़ गई हैं लेकिन देश को छोड़ देना, किसी मुश्किल का हल नहीं है। देश में अच्छे लोगों की बहुत बड़ी संख्या भी है।''