5 साल तक इलाज के बाद इमरान हाशमी के बेटे ने जीती कैंसर से जंग, एक्टर ने लिखी इमोशनल पोस्ट
नई दिल्ली। बॉलीवुड अभिनेता इमरान हाशमी ने अपने 9 साल के बेटे अयान को लेकर बड़ा खुलासा किया है। उन्होंने बताया कि डॉक्टरों ने उनके बेटे अयान को कैंसर मुक्त घोषित कर दिया है। एक्टर ने बताया कि अयान को 2014 में महज चार साल की उम्र में ही पहले चरण के कैंसर का पता चला था। अयान को किडनी में दुर्लभ कैंसर का पीड़ित पाया गया था। करीब पांच साल तक इलाज के बाद अयान ने कैंसर से जंग जीत ली है। इमरान हाशमी ने सोशल मीडिया साइट इंस्टाग्राम पर इमोशनल पोस्ट लिखकर इस बात की जानकारी दी है।
इसे भी पढ़ें:- यूपी में मोदी के इन 6 मंत्रियों पर भारी पड़ सकता है अखिलेश-मायावती का गठबंधन!
|
बेटे के साथ तस्वीर शेयर कर इमरान ने लिखी इमोशनल पोस्ट
अभिनेता इमरान हाशमी ने बेटे अयान के साथ इंस्टाग्राम और ट्विटर पर तस्वीर शेयर करते हुए इमोशनल पोस्ट में लिखा, "पांच साल बाद अयान को कैंसर मुक्त घोषित कर दिया गया है। यह एक लंबा सफर था। आपकी सभी की प्रार्थनाओं और शुभकामनाओं के लिए धन्यवाद। कैंसर से जूझ रहे सभी लोगों को प्यार और दुआओं पर आशा और भरोसा बरकरार रहना चाहिए। आप इस लड़ाई को जीत सकते हैं।"
'पांच साल बाद अयान ने कैंसर को दी मात'
अयान का जन्म साल 2010 में हुआ था। अयान, इमरान हाशमी और उनकी पत्नी परवीन शाहनी की पहली संतान हैं। साल 2014 में जब अयान महज चार साल के थे तो एक्टर को उनके बेटे के कैंसर के बारे में पता चला था। अयान को पहले स्टेज का कैंसर था। उस समय इमरान को जब इसकी जानकारी मिली तो वो पूरी तरह चौंक गए थे। वो लगातार इसी उधेड़बुन में फंस गए आखिर ऐसा क्यों हुआ। उनसे गलती कहां हुई। फिलहाल 9 साल के अयान ने कैंसर से जंग जीत ली है। 5 साल तक डायग्नोसिस में रहने के बाद डॉक्टरों ने बताया कि अयान अब पूरी तरह स्वस्थ हैं। अयान का कैंसर खत्म हो गया है।
इमरान ने अपने बेटे को लेकर लिखी किताब
इमरान हाशमी ने बिलाल सिद्दीकी के साथ मिलकर "The Kiss of Life: How A Superhero and My Son Defeated Cancer" नाम की किताब भी लिखी है। इस किताब में उनके बेटे के कैंसर से संघर्ष की कहानी बयां की गई है। इमरान हाशमी जल्द ही फिल्म "Why Cheat India" में नजर आएंगे। यह फिल्म इसी जल्द ही सिनेमाघरों में रिलीज को तैयार है।
इसे भी पढ़ें:- 'द एक्सिडेन्टल प्राइम मिनिस्टर' में गांधी परिवार पर हमले का माध्यम बने हैं डॉ मनमोहन