अमेठी में स्मृति ईरानी के हाथों मिली हार पर क्या बोले राहुल गांधी?
नई दिल्ली। आज देश के इतिहास में बड़ा उलटफेर हुआ है, जहां पीएम मोदी प्रचंड बहुमत से सत्ता में वापस आए हैं, वहीं कांग्रेस की सबसे प्रतिष्ठा वाली सीट अमेठी में आज उनके कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी हार गए हैं, ये हार कांग्रेस को बरसों तक चुभती रहेगी, हालांकि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी उत्तर प्रदेश की अपनी परंपरागत अमेठी लोकसभा सीट से अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी भाजपा उम्मीदवार स्मृति ईरानी से हार स्वीकार कर ली है, उन्होंने कहा है कि अमेठी की जनता ने फैसला दे दिया है।
राहुल गांधी ने हार स्वीकारी
मैं चाहता हूं कि स्मृति ईरानी अमेठी की प्यार से देखभाल करें हालांकि अभी तक जिला निर्वाचन की ओर से अंतिम परिणाम जारी नहीं किया गया है लेकिन आखिरी राउंड की मतगणना में स्मृति ईरानी 20 हजार वोटों से आगे चल रही हैं, आपको बता दें कि अमेठी लोकसभा सीट में पांच विधानसभा क्षेत्र आते हैं ,अमेठी, जगदीशपुर, सलोन, तिलोई और गौरीगंज विधानसभा क्षेत्रों के अलग अलग नतीजे घोषित किये जा रहे हैं।
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कांग्रेस की हार की शत प्रतिशत जिम्मेदारी मेरी है: राहुल
राहुल ने कहा कि कांग्रेस की हार की शत प्रतिशत जिम्मेदारी मेरी है, आज फैसले का दिन है। मैं इस फैसले को कोई रंग नहीं देना चाहता। आज कोई फर्क नहीं पड़ता कि मैं इसके पीछे क्या वजह मानता हूं। फैसला है कि मोदी देश के पीएम होंगे, मैंने चुनाव अभियान में कहा था कि जनता मालिक है। आज जनता ने अपना फैसला दे दिया है। मैं पीएम मोदी को बधाई देता हूं। हमारे जो उम्मीदवार लड़े, उनका धन्यवाद करता हूं। हमारी लड़ाई विचारधारा की लड़ाई है। हमें मानना पड़ेगा कि इस चुनाव में मोदी जीते हैं।
अमेठी हारे लेकिन वायनाड जीते राहुल
वैसे राहुल अमेठी से जरूर हारे हैं लेकिन राहुल ने केरल की वायनाड सीट पर भारी बढ़त के साथ जीत दर्ज की। इसके साथ ही उन्होंने सबसे इस चुनाव में ही नहीं बल्कि अब तक के लोकसभा चुनावों के इतिहास में सबसे ज्यादा मतों से जीत का रिकॉर्ड बना डाला है।
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राहुल गांधी के खिलाफ 19 उम्मीदवार मैदान में थे
इस सीट से राहुल गांधी और कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया के पीपी सुनीर के अलावा बहुजन समाज पार्टी के टिकट से मोहम्मद पीके, , कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया (मार्क्सिस्ट-लेनिनिस्ट) रेड स्टार से के उषा, सेक्युलर डेमोक्रेटिक कांग्रेस से पीपी जॉन, भारत धर्म जनसेना से थुषर वेल्लापल्ली, सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ इंडिया से बाबू मणि और इंडियन गांधियन पार्टी के टिकट से केके शिव प्रसाद गांधी को चुनाव लड़ रहे थे।