भारत ने शॉर्ट रेंज सरफेस टू एयर मिसाइल का किया सफल परीक्षण, 15 किलोमीटर तक टारगेट को करेगी तबाह
नई दिल्ली, दिसंबर 07। डिफेंस सेक्टर में मंगलवार को भारत ने एक बड़ी कामयाबी हासिल की। दरअसल, ओडिशा के चांदीपुर तट से एकीकृत परीक्षण रेंज (ITR) से वर्टिकली लॉन्च शॉर्ट रेंज सरफेस टू एयर मिसाइल (VL-SRSAM) का सफल परीक्षण किया गया। ये मिसाइल जमीन से 90 डिग्री के एंगल पर भी फायर कर सकेगी।
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15 किमी तक टारगेट को ध्वस्त कर सकेगी
DRDO ने इस मिसाइल की खूबियों के बारे में बात करते हुए बताया कि ये मिसाइल एयर डिफेंस सिस्टम से 15 किमी की दूरी पर भी अपने टारगेट को खत्म कर सकेगी। डीआरडीओ के अधिकारियों ने बताया है कि VL-SRSAM, भारतीय नौसेना के लिए DRDO द्वारा स्वदेशी रूप से डिजाइन और विकसित किया गया है, जिसका उद्देश्य समुद्री-स्किमिंग लक्ष्यों सहित निकट सीमा पर विभिन्न हवाई खतरों को बेअसर करना है।
रक्षा मंत्रालय ने दी बधाई
इस मिसाइल के सफल परीक्षण के मौके पर रक्षा मंत्री कार्यालय की ओर से डीआरडीओ और इंडियन नेवी को बधाई दी गई है। रक्षा मंत्री कार्यालय की ओर से किए गए ट्वीट में कहा गया है, "डीआरडीओ और नेवी को वर्टिकल लॉन्च शॉर्ट रेंज सरफेस टू एयर मिसाइल के सफल परीक्षण के लिए बधाई। उन्होंने कहा कि यह प्रणाली हवाई खतरों के खिलाफ भारतीय नौसेना के जहाजों की रक्षा क्षमता को और बढ़ाएगी।"
RM Shri @rajnathsingh has congratulated @DRDO_India , @indiannavy and the industry for the successful flight test of Vertical Launch Short Range Surface to Air Missile. He said that this system would further enhance defence capability of Indian Naval Ships against aerial threats. pic.twitter.com/chnlpP3ct7
— रक्षा मंत्री कार्यालय/ RMO India (@DefenceMinIndia) December 7, 2021
आपको बता दें कि इस मिसाइल के परीक्षण की निगरानी डीआरडीओ के वरिष्ठ अधिकारियों के द्वारा की जा रही थी। इस मिसाइल का पहला परीक्षण इस साल 22 फरवरी को आयोजित किया गया था और यह कॉन्फ़िगरेशन और एकीकृत संचालन के लगातार प्रदर्शन को साबित करने के लिए एक पुष्टिकरण परीक्षण था।
अमित शाह ने भी रविवार को बताया था कि बॉर्डर पर बढ़ते ड्रोन हमले से निपटने के लिए DRDO स्वदेशी एंटी ड्रोन टेक्नोलॉजी पर काम कर रहा है। यह टेक्नोलॉजी जल्द ही सुरक्षा बलों को मुहैया कराई जाएगी।