‘पुराने चेले के लिए कांग्रेस को धोखा मत दीजिए बापू’
दिग्विजय सिंह ने शंकर सिंह वाघेला याद दिलाया, कांग्रेस ने उन्हें पिछले कई सालों में बहुत कुछ दिया, अपने पुराने चेले के लिए कांग्रेस को धोखा नहीं दें
नई दिल्ली। गुजरात में जिस तरह से वरिष्ठ कांग्रेस नेता शंकर सिंह वाघेला ने पार्टी का दामन छोड़ दिया है, उसके बाद कांग्रेस के दिग्गज नेता दिग्विजय सिंह ने वाघेला को याद दिलाया है कि आखिर कांग्रेस ने उन्हें क्या-क्या दिया है। उन्होंने वाघेला को याद दिलाया है कि उन्हें यह नहीं भूलना चाहिए कि कांग्रेस पार्टी ने पिछले कई सालों में उनके लिए क्या किया है।
वाघेला
से
की
अपील
सोशल
मीडिया
पर
दिग्विजय
सिंह
ने
कहा
कि
वाघेला
एक
राजपूत
हैं,
लिहाजा
उन्हें
अपनी
पार्टी
के
लिए
ईमानदार
रहना
चाहिए।
उन्होंने
लिखा
कि
आप
राजपूत
हैं,
अहमद
भाई
की
जीत
को
सुनिश्चित
कीजिए।
उन्होंने
आगे
लिखा
कि
वाघेलाजी
की
जो
भी
शिकायत
है
उसका
समाधान
किया
जाएगा।
उन्होंने
अपील
की
है
कि
वाघेला
पार्टी
के
साथ
ईमानदार
रहें।
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पुराने
चेले
के
लिए
कांग्रेस
को
धोखा
मत
दीजिए
पीएम
मोदी
पर
निशाना
साधते
हुए
दिग्विजय
सिंह
ने
कहा
कि
आप
कांग्रेस
को
अपने
पुराने
चेले
के
लिए
कांग्रेस
को
धोखा
मत
दीजिए
जोकि
देश
को
गर्त
में
ले
जा
रहा
है।
हालांकि
दिग्विजय
सिंह
की
अपील
के
बाद
भी
शंकर
सिंह
वाघेला
ने
अपना
वोट
अहमद
पटेल
को
नहीं
दिया।
वाघेला
ने
अपना
वोट
देने
के
बाद
कहा
कि
कांग्रेस
को
वोट
देने
का
कोई
फायदा
नहीं
क्योंकि
वह
चुनाव
जीतने
नहीं
जा
रही
है।
इस
चुनाव
का
पूरे
देश
पर
पड़ेगा
असर
वाघेला
ने
कहा
कि
पूरा
देश
इस
चुनाव
के
असर
को
देखेगा,
मैंने
चुनाव
से
पहले
कांग्रेस
को
काफी
समझाने
की
कोशिश
की,
लेकिन
इन
लोगों
ने
मेरी
एक
नहीं
सुनी,
जिसके
बाद
मैंने
पार्टी
छोड़
दी।
अब
जब
कांग्रेस
जीतने
नहीं
वाली
है,
तो
कांग्रेस
को
वोट
देने
का
कोई
फायदा
नहीं
है।
उन्होंने
कहा
कि
जब
कांग्रेस
पाटी
को
यह
पता
था
कि
वह
जीतने
नहीं
वाली
है
तो
उसे
अहमद
पटेल
की
प्रतिष्ठा
को
दांव
पर
नहीं
लगाना
चाहिए
था।
वाघेला
ने
नहीं
बताया
किसे
दिया
वोट
कांग्रेस
के
कई
विधायक
इस्तीफा
दे
रहे
हैं,
ऐसे
में
कैसे
कांग्रेस
जीत
पर
भरोसा
कर
सकती
है।
वाघेला
ने
कहा
कि
पार्टी
को
अपने
44
विधायकों
पर
विश्वास
नहीं
है,
वह
भी
क्रॉस
वोटिंग
कर
सकते
हैं,
इसी
वजह
से
पटेल
की
जीतने
की
संभावना
नहीं
है,
इस
वजह
से
मैंने
अहमद
पटेल
को
अपना
वोट
नहीं
दिया
है।
हालांकि
वाघेला
ने
इस
बात
की
पुष्टि
नहीं
कि
है
कि
उन्होंने
अपना
वोट
भाजपा
उम्मीदवार
को
दिया
है
या
फिर
नोटा
को।