दिग्विजय सिंह ने विकास के मुद्दे पर शिवराज सिंह को दी बहस की चुनौती
नई दिल्ली। मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में कांग्रेस और भाजपा के नेताओं के बीच लगातार तीखे बयानों का सिलसिला जारी है। इस बार कांग्रेस के दिग्गज नेता दिग्विजय सिंह ने प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह को चुनौती दी है। दिग्विजय सिंह ने कहा कि ये लोग बार-बारे प्रदेश में मेरी सरकार के 10 साल के कार्यकाल और भाजपा के 15 साल के कार्यकाल की तुलना करते हैँ, लेकिन मैं उन्हें चुनौती देता हूं कि वह इस मुद्दे पर मेरे साथ आकर बहस करें। दिग्विजय सिंह ने इंदौर में एक कार्यक्रम के दौरान कहा कि अगर आपके पास साहस है तो आ जाइए, मैं बहस करने के लिए तैयार हूं।
दिग्विजय सिंह ने कहा कि मैं मध्य प्रदेश का 10 साल तक मुख्यमंत्री रहा, इस दौरान मेरे खिलाफ एक भी भ्रष्टाचार का आरोप नहीं लगा। यही नहीं इस दौरान एक भी मंत्री या मेरे खिलाफ भ्रष्टाचार का मुकदमा नहीं दर्ज हुआ। उमा भारती ने मेरे उपर आरोप लगाए थे, मैंने उन्हें कोर्ट में खींचा था, इसके बाद से 15 साल बीत गए हैं और उसके बाद उन्होंने मेरे उपर एक भी आरोप नहीं लगाया और आज वह जमानत पर बाहर हैं। आपको बता दें कि मध्य प्रदेश में चुनाव की तारीख नजदीक आने के साथ-साथ प्रचार अभियान काफी जोरों पर हैँ।
गौरतलब है कि इससे पहले दिग्विजय सिंह ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को बेचारा कहा था। दिग्विजय सिंह ने कहा कि वो बेचारा अकेला पड़ गया है। मुझे उसपर दया आती है। दिग्विजय सिंह ने शिवराज सिंह को विकास के मुद्दे पर खुली बहस की भी चुनौती दी थी। इससे पहले राहुल गांधी ने शिवराज सिंह और उनके बेटे पर बड़ा हमला बोला था और उनपर कई भ्रष्टाचार के आरोप लगाए थे। हालांकि बाद में उन्होंने अपनी गलती सुधारते हुए कहा था कि मैंने भूलवश गलत आरोप लगा दिया था।
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