संजय राउत ने कसा तंज - देवेंद्र फडणवीस को संन्यास नहीं लेने देंगे, वो प्रतिभाशाली नेता हैं
मुंबई, 29 जून। महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा ओबीसी आरक्षण को लेकर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा है कि अगर वह ओबीसी समुदाय के लिए आरक्षण देने में विफल रहते हैं तो वह राजनीतिक से संन्यास लेंगे। विपक्षी नेता फडणवीस के इस बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए शिवसेना प्रवक्ता संजय राउत ने तंज कसा है। सांसद संजय राउत ने कहा 'हम देवेंद्र फडणवीस को संन्यास नहीं लेने देंगे। वह एक प्रतिभाशाली नेता हैं।
संजय राउत ने कटाक्ष करते हुए कहा पहले से ही राजनीतिक क्षेत्र में अच्छे नेताओं की कमी है, उन्हें फकीर बनने की बात नहीं करनी चाहिए, या संन्यास ले लो। अगर वह संन्यास लेते हैं तो यह महाराष्ट्र और भाजपा के साथ अन्याय होगा। वह एक सेनानी हैं, उन्हें मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के साथ सहयोग करना चाहिए। ओबीसी आरक्षण का मुद्दा हल हो जाएगा।" शिवसेना ने उनसे " ये कदम नहीं उठाने" का आग्रह किया है क्योंकि उनके जैसे राजनीतिक क्षेत्र में प्रतिभाशाली नेताओं की सख्त जरूरत है।"
पिछले सप्ताह पूर्व सीएम फडणवीस ने कहा था कि अगर उन्होंने तीन महीने में ओबीसी आरक्षण का मुद्दा नहीं सुलझाया तो वह राजनीति से संन्यास ले लेंगे। उन्होंने एक विरोध प्रदर्शन के दौरान कहा था, "मुझे सत्ता की बागडोर दो... मैं तीन-चार महीने में ओबीसी समुदाय के लिए आरक्षण सुनिश्चित करूंगा।"
शिवसेना के मुखपत्र सामना में एक संपादकीय में भी फडणवीस से इतना असहाय नहीं लगने का आग्रह किया गया। सामना ने अपने संपादकीय में लिखा "भाजपा नेता पढ़े-लिखे हैं और कानूनी विशेषज्ञ हैं। इसलिए, उन्हें मराठा और ओबीसी आरक्षण पाने के लिए सरकार के साथ अपनी लड़ाई जारी रखनी चाहिए। हम मराठा और ओबीसी आरक्षण के बारे में चिंतित नहीं हैं, लेकिन फडणवीस द्वारा राजनीतिक संन्यास की घोषणा के बारे में चिंतित हैं। फडणवीस को इतना परेशान नहीं होना चाहिए। सब कुछ जैसा वह चाहता है वैसा ही होगा ... उसके दुश्मन संन्यास ले लेंगे ...। संपादकीय में लिखा गया "फडणवीस राजनीतिक जगत के उभरते हुए सितारे हैं। उनका एक महान भविष्य है। वह चतुर और चालाक हैं। उनके पास मराठा आरक्षण, ओबीसी आरक्षण, धनगर आरक्षण और यहां तक कि नवी मुंबई अंतरराष्ट्री यहवाई अड्डा के नामकरण जैसे मुद्दों को हल करने की कुंजी है।"
वहीं कांग्रेस ने कहा कि फडणवीस को लोगों को गुमराह करने की आदत है। वरिष्ठ कांग्रेस नेता बालासाहेब थोराट जो एमवीए सरकार में मंत्री भी हैं, ने कहा "2014 में बारामती में एक चुनावी रैली में, फडणवीस ने वादा किया था कि वह अपने मंत्रिमंडल की पहली बैठक में धनगर आरक्षण के लिए एक प्रस्ताव पारित करेंगे, लेकिन आज तक ऐसा नहीं हुआ है। भाजपा और फडणवीस को सत्ता के लिए लोगों को गुमराह करने के लिए जाना जाता है।