स्वास्थ्य मंत्रालय का दावा, कोविड-19 का डेल्टा प्लस वेरिएंट भारत में 'चिंताजनक वेरिएंट'
नई दिल्ली, जून 22: कोरोना वायरस का डेल्टा वेरिएंट भारत समेत दुनिया के तमाम देशों में चिंता बढ़ा ही रहा है। बताया जा रहा है कि, डेटा वेरिएंट म्यूटेट होकर डेल्टा प्लस में तब्दील हो गया है। डेल्टा की तरह डेल्टा प्लस से संक्रमण के मामले सबसे पहले भारत में मिले हैं। केंद्र सरकार ने भारत में कोविड-19 पैदा करने वाले वायरस के 'डेल्टा प्लस' वेरिएंट को 'चिंताजनक रूप' घोषित किया है। देश में डेल्टा प्लस मामलों की बढ़ती संख्या पर एक प्रेस विज्ञप्ति में, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने मंगलवार को कहा कि डेल्टा प्लस "वर्तमान में चिंता का एक प्रकार है।
इससे पहले, नीति आयोग के सदस्य (स्वास्थ्य) वी के पॉल ने संवाददाताओं से कहा कि डेल्टा प्लस नामक वायरस का नया स्वरूप सामने आया है और यह यूरोप में मार्च महीने से है। कुछ दिन पहले ही इसके बारे में जानकारी सार्वजनिक हुई। पॉल ने कहा, इसे अभी चिंताजनक प्रकार के रूप में वर्गीकृत नहीं किया गया है। चिंता वाला स्वरूप वह होता है जिसमें हमें पता चले कि इसके प्रसार में बढ़ोतरी से मानवता के लिए प्रतिकूल प्रभाव होते हैं।
पॉल ने कहा कि, डेल्टा प्लस स्वरूप के बारे में अब तक ऐसा कुछ ज्ञात नहीं है, लेकिन डेल्टा स्वरूप के प्रभाव और बदलाव के बारे में हमारे आईएनएसएसीओजी प्रणाली के माध्यम से वैज्ञानिक तरीके से नजर रखनी होगी। इसका पता लगाना होगा और देश में इसकी मौजूदगी देखनी होगी। यह डेल्टा और अल्फा वेरिएंट से ज्यादा संक्रामक है यानी यह तेजी से फैलेगा। मध्य प्रदेश के बाद महाराष्ट्र और केरल में भी इससे संक्रमण के मामले सामने आए हैं। वैज्ञानिक जीनोम सीक्वेंसिंग के जरिए लगातार इस वेरिएंट पर नजर बनाए हुए हैं।
डेल्टा प्लस का एक अतिरिक्त म्यूटेंट है K417N है जो डेल्टा (B.1.617.2)में तब्दील हुआ और जो अब डेल्टा प्लस हो गया है। यह अल्फा वेरिएंट के मुकाबले 35-60 प्रतिशत ज्यादा तेजी से फैलने वाला है। भारत में संक्रमण की दूसरी लहर आने की एक वजह 'डेल्टा' भी था। केरल के 2 जिलों में डेल्टा प्लस वैरिएंट मिला है। पलक्कड़, पथनमथिट्टा में तीन लोगों में इस नए वैरियंट की पुष्टि हुई है। तीन लोगों में एक 4 साल का बच्चा भी शामिल है।