Earthquake In Delhi: 8 दिन के अंदर दिल्ली में फिर भूकंप के झटके, रिक्टर स्केल पर 2.3 मापी गई तीव्रता
Earthquake In Delhi: कोरोना और सर्दी की मार सह रही दिल्ली के लिए शुक्रवार की सुबह काफी भयभीत करने वाली रही क्योंकि यहां के नांगलोई में सुबह 5 बजकर 2 मिनट भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं, नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी के अनुसार, रिक्टर स्केल पर इसकी तीव्रता 2.3 मापी गई है, फिलहाल अभी तक किसी भी तरह के जान-माल के नुकसान की कोई जानकारी सामने नहीं आई है। बता दें कि अभी आठ दिन पहले यानी कि 17 दिसंबर को भी दिल्ली-एनसीआर में भूकंप के झटके महसूस किए गए थे, तब रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता 4.2 थी लेकिन उस वक्त भी कोई जान-मान का नुकसान नहीं हुआ था।
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दिल्ली में फिर महसूस किए गए भूकंप के झटके
बताया जा रहा है कि दिल्ली-एनसीआर में धरती के अंदर प्लेटों के एक्टिव होने से ऊर्जा निकल रही है, जिससे रह-रहकर झटके महसूस हो रहे हैं। मालूम हो कि जहां आज दिल्ली भूकंप के झटकों से कांपी, वहीं दूसरी ओर फिलीपींस में भी आज सुबह 5 बजकर 13 मिनट पर भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं, वहां रिक्टर स्केल पर तीव्रता 6.2 मापी गई।
सेफ्टी टिप्स
भूकंप एक ऐसी प्राकृतिक आपदा है, जिसके आने की सूचना हमें पहले से नहीं होती है। भूकंप को लेकर वैज्ञानिक अब तक सटीक अनुमान नहीं लगा पाये हैं, खैर प्राकृतिक आपदाओं को तो हम रोक नहीं सकते हैं लेकिन सेफ्टी टिप्स के जरिए हम खुद की और लोगों की रक्षा कर सकते हैं।
इन बातों का रखें विशेष ख्याल
- छत और नींव के पलास्तर में पड़ी दरारों की मरम्मत कराएं। यदि कोई संरचनात्मक कमी का संकेत हो तो विशेषज्ञ की सलाह लें। सीलिंग में ऊपरी (ओवरहेड) लाइटिंग फिक्सचर्स (झूमर आदि) को सही तरह से टांगें।
- भवन निर्माण मानकों हेतु पक्के इलाके में प्रासंगिक बीआईएस संहिताओं का पालन करें। दीवारों पर लगे शेल्फों को सावधानी से कसें। नीचे के शेल्फों में बड़ी अथवा भारी वस्तुओं को रखें।
- भारी वस्तुओं को ऊपर कतई मत रखें। सांकल/चिटकनी वाली लकड़ी की निचली बंद कैबिनेटों में ऐसे सामान रखें, जो आसानी से टूट सकते हैं। जैसे चीनी मिट्टी के बर्तन आदि।
आपातकालीन टेलीफोन नंबरों को जरूर अपने पास रखें
- घर के अंदर और बाहर सुरक्षित स्थानों को तलाश कर रखें। यदि भूकंप आये, तो आप सीधे उसी स्थान पर जायें। कुछ सुरक्षित स्थान- मजबूत खाने की मेज, बिस्तर के नीचे। किसी भीतरी दीवार के साथ।
- उस जगह से दूर रहें जहां खिड़की, शीशे, तस्वीरों से कांच गिरकर टूट सकता हो या जहां किताबों के भारी शेल्फ अथवा भारी फर्नीचर नीचे गिर सकता हो। खुले क्षेत्र में बिल्डिंग, पेड़ों, टेलीफोन, बिजली की लाइनों, फ्लाईओवरों तथा पुलों से दूर रहें।
- आपातकालीन टेलीफोन नंबरों को जरूर अपने मोबाइल में सेव रखें (जैसे डाक्टरों, अस्पतालों, तथा पुलिस आदि के टेलीफोन नंबर)। स्वयं तथा परिवार के सदस्यों को भूकंप के बारे में जानकारी दें।
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