दिल्ली में प्रदूषण का रौद्र रूप आज भी जारी, धुंध की सफेद चादर से लोग परेशान
नई दिल्ली। देश के दिल यानी दिल्ली में प्रदूषण कम होने का नाम ही नहीं ले रहा है, मंगलवार सुबह भी यहां धुंध की सफेद चादर छाई रही और हवा की क्वालिटी काफी खराब दर्ज की गई है, सीपीसीबी के मुताबिक महानगर दिल्ली में प्रति घंटे का एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 371 पर बना हुआ है, जो बेहद खराब श्रेणी है, राजधानी के आईटीओ, कॉमनेल्थ गेम्स और प्रगति मैदान के आसपास मंगलवार सुबह भारी स्मॉग देखा गया है, जिससे सुबह की सैर करने निकले लोगों को भी सांस लेने में थोड़ी तकलीफ महसूस हुई।
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तो वहीं राजधानी में बढ़ते प्रदूषण पर जमकर राजनीति भी हो रही है। सोमवार को दिल्ली सरकार के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय (Gopal Rai) ने पराली जलाए जाने (Stubble Burning) के मुद्दे पर बीजेपी और कांग्रेस पर जमकर प्रहार किया, उन्होंने कहा कि दिल्ली के प्रदूषण (Delhi Pollution) में पराली जलाने की हिस्सेदारी बढ़कर 40 प्रतिशत हो गई है, लेकिन विपक्षी दल इसे मानने को तैयार नहीं है और ना ही वो इसे रोकने के उपाय कर रही है।
दिल्ली की सिरदर्द इसलिए भी बहुत ज्यादा है क्योंकि कुछ ही दिनों में दिवाली आने वाली है , जिसमें लोग जमकर आतिशबाजी करते हैं। यहां की हवा अभी से इतनी जहरीली है तो दिवाली के बाद हालात और भी अधिक बिगड़ सकते हैं, हालांकि लोगों की समस्याओं को हल करने के लिए अब दिल्ली ने ग्रीन पटाखे जलाने की अनुमति दी है।
इसके अलावा दिल्ली सरकार ने एक एप लॉन्च किया है। जिसका नाम है 'ग्रीन दिल्ली' एप, जिसके आने के बाद अब लोग को अगर अपने आसपास कहीं भी प्रदूषण देखें तो इसकी शिकायत कर सकते हैं। लेकिन तमाम कोशिशों के बावजूद दिल्ली में प्रदूषण का रौद्र रूप जारी है और अगर दिल्ली-एनसीआर में प्रदूषण इसी तरह से बढ़ता रहा तो ये कोरोना वायरस से जंग लड़ रही राजधानी के अच्छी खबर नहीं होगी, इस मामले में अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) के निदेशक डॉ. रणदीप गुलेरिया कह चुके हैं कि त्योहारी मौसम में बढ़ता प्रदूषण, कम होता तापमान, बढ़ती भीड़ आदि से हर कोई जोखिम में है। वहीं जो लोग 'लॉन्ग कोविड' का सामना कर चुके हैं, उन्हें ऐसे में फ्लू की वैक्सीन ले लेनी चाहिए।