पीजीआई चंडीगढ़ में शुरू हुआ ऑक्सफोर्ड कोरोना वैक्सीन का ट्रायल, 3 लोगों की दी गई पहली डोज
चंडीगढ़। देश में जारी कोरोना संकट के बीच ऑक्सफोर्ड की कोविड वैक्सीन कोविशील्ड से जुड़ी एक अच्छी खबर सामने आई है। भारतीय औषधि महानियंत्रक की हरी झंडी मिलने के बाद पीजीआई चंडीगढ़ में शुक्रवार को ऑक्सफोर्ड की वैक्सीन कोविड शील्ड का ह्यूमन ट्रायल शुरू हुआ। ट्रायल के पहले दिन मेडिकली फिट पाए जाने के बाद 9 लोगों को ट्रायल के लिए बुलाया गया था लेकिन सिर्फ 3 लोगों को ही वैक्सीन की डोज दी गई। जिन्हें वैक्सीन दी गई उनमें 2 महिलाएं और एक पुरुष हैं। उनकी उम्र 57, 33 और 26 साल है।
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नोट करने होंगे शरीर में आने वाले छोटे-छोटे बदलाव
पीजीआई प्रशासन के अनुसार वालिंटियर्स के चयन और उन्हें डोज देने की प्रक्रिया लगातार जारी रहेगी। छह माह तक उनका फॉलोअप करने के बाद वैक्सीन के परिणाम का आकलन किया जाएगा कि वह कोरोना के इलाज में कितनी कारगर है। आपको बता दें कि देश के 17 संस्थानों में इसका ट्रायल हो रहा है। पहले फेज में हर संस्थान में 100 वालिंटियर्स पर इसका ट्रायल किया जाएगा। पीजीआई प्रशासन के अनुसार जिन तीन वालिंटियर्स को वैक्सीन की डोज दी गई है उन्हें घर भेज दिया गया है। उन्हें एक एक डायरी दी गई है। इसमें उन्हें आने वाले छोटे से छोटे बदलाव को नोट करने को कहा गया है। इसके साथ ही उन्हें पीजीआई का फोन नंबर भी दिया गया है। जिस पर उन्हें 24 घंटे में कभी भी आवश्यकता पड़ने पर कॉल करने को कहा गया है।
28 दिन बाद दोबारा दी जाएगी डोज, फिर होगी सारी जांच
जानकारी के मुताबिक जिन्हें डोज दिया गया है उन्हें 28 दिन बाद फिर पीजीआई बुलाया गया है। उस दिन उन्हें फिर से डोज दी जाएगी और फिर ब्लड टेस्ट किया जाएगा। ब्लड सैंपल लेकर एंटीबॉडीज की स्थिति का आंकलन किया जाएगा। उसके बाद ट्रायल की अगली प्रक्रिया आगे बढ़ेगी। इसमें अलग-अलग बिंदुओं पर उन वालिंटियर्स का परीक्षण कर वैक्सीन की सफलता जांच की जाएगी।
क्या कहना है स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन का
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने बताया है कि कोरोना वायरस वैक्सीन भारत में अगले साल की शुरुआत तक उपलब्ध करा दिया जाएगा। केंद्रीय स्वास्थ्यमंत्री हर्षवर्धन ने राज्यसभा में कहा कि ‘अन्य देशों की तरह, भारत भी प्रयास कर रहा है और कोरोना से संबंधित तीन टीकों का ट्रायल अलग-अलग चरणों में चल रहा है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री के मार्गदर्शन में, एक विशेषज्ञ समूह इन टीकों को देख रहा है और इसके स्थान पर उन्नत योजना बना रहा है। हमें उम्मीद है कि अगले साल की शुरुआत तक भारत में एक वैक्सीन जरूर उपलब्ध होगी।
करोना मरीजों की संख्या 60 लाख के करीब
बता दें कि भारत में कोरोना वायरस मरीजों की संख्या 60 लाख के करीब पहुंच गई है। पिछले 24 घंटे में तकरीबन 85 हजार नये केस सामने आए हैं, वहीं 10000 से अधिक मरीजों की मौत हुई है। मंत्रालय की मानें तो भारत में पिछ्ले 25 दिनों में औसत 10000 मरीजों की मौत हुई है। वहीं स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा जारी एक बयान के अनुसार, उन्होंने कहा कि देश में कोविड-19 मरीजों के ठीक होने की लगातार बढ़ रही दर और मृत्यु दर में कमी ने सभी राज्यों द्वारा अपनायी जा रही निषिद्ध रणनीति की कामयाबी को साबित किया है। हर्षवर्धन ने कहा, ‘हमने अपनी परीक्षण क्षमता को सफलतापूर्वक बढ़ाया है और आज यह देश भर में फैली 1,800 से अधिक प्रयोगशालाओं के साथ लगभग 15 लाख के उच्च स्तर तक पहुंच गया है।'
कोरोना
वैक्सीन
को
लेकर
देश
के
वैज्ञानिकों
ने
किया
दावा,
जानिए
कब
तक
आ
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टीका