Coronavirus: अब निमोनिया के मरीजों का भी होगा covid-19 टेस्ट, सरकार ने जारी की एडवाइजरी
नई दिल्ली। वैश्विक महामारी की मार झेल रहे भारत में कोरोना वायरस से संक्रमित मामले लगातार बढ़ रहे हैं। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा जारी ताजा रिपोर्ट के मुताबिक देश में कुल 271 मामले सामने आ चुके हैं जबकि इस महामारी से चार लोगों की मौत हो चुकी है। इस सप्ताह संक्रमित मामलों में काफी तेजी से बढ़ोतरी देखी गई जिसने केंद्र और राज्य सरकारों की नींदें उड़ा दी हैं। इसी क्रम में अब केंद्र सरकार ने कोरोना वायरस के मामलों का जांच करने के मानदंडों को बदलने का फैसला लिया है। अब देशभर में मौजूद निमोनिया पीड़ितों का भी कोरोना टेस्ट किया जाएगा।
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कोरोना वायरस के मामलों की संख्या 250 के पार जाने के बाद शनिवार को भारत सरकार ने उन सभी का COVID-19 टेस्ट कराने का आदेश दिया है जिसे निमोनिया या उसके लक्षण हैं। आदेश के मुताबिक अब यह नहीं देखा जाएगा कि निमोनिया पीड़ित शख्स कोरोना वायरस से प्रभावित देश से लौटा है या नहीं और किसी कोरोना वायरस से संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आया है या नहीं, अब सबकी जांच की जाएगी। बता दें कि कोरोना वायरस के लिए सीमित संख्या में लोगों की जांच करने के कारण भारत को आलोचनाओं का सामना करना पड़ रहा था।
महाराष्ट्र
में
कोरोना
वायरस
के
सबसे
ज्यादा
मरीज
महाराष्ट्र
में
सबसे
अधिक
कोरोना
वायरस
संक्रमण
के
63
मामले
सामने
हैं।
कोरोना
वायरस
के
मामलों
पर
महाराष्ट्र
के
स्वास्थ्य
मंत्री
राजेश
टोपे
का
बयान
आया
है।
उन्होंने
कहा
कि
हमारे
पास
आइसोलेशन
के
लिए
250
से
अधिक
बेड
हैं
और
राज्य
के
अस्पतालों
में
7000
से
अधिक
जनरल
बेड
हैं।
महाराष्ट्र
के
स्वास्थ्य
मंत्री
ने
लोगों
से
भीड़-भाड़
वाले
इलाके
में
जाने
से
बचने
की
अपील
की
और
कहा
कि
अधिक
से
अधिक
अपने
घरों
में
ही
रहें।
राजेश
टोपे
ने
बताया
कि
एक
दिन
में
पॉजिटिव
मामलों
की
संख्या
में
11
का
इजाफा
हुआ
है।
इनमें
से
8
लोग
विदेश
यात्रा
कर
भारत
लौटे
थे
और
3
लोग
उनके
संपर्क
में
आने
से
संक्रमित
हुए
हैं।
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