Lockdown-3: डाल लीजिए मास्क पहनने की आदत और बंद कर दीजिए पब्लिक प्लेस पर थूकना, नहीं तो...
नई दिल्ली। देश में एक बार फिर लॉकडाउन की मियाद बढ़ा दी गई है। अब 14 दिनों के लिए यानी कि चार मई से 17 मई तक लॉकडाउन बढ़ा दिया गया है। 4 मई से जारी लॉकडाउन-3 में कई नियमों से कड़ाई का पालन करना होगा। या यूं कहें कि कुछ नियमों को आदत बना लेना जरूरी है। गृह मंत्रालय ने एक नया आदेश जारी करते हुए कहा है कि आपदा प्रबंधन अधिनियम, 2005 के तहत अब घर से बाहर कदम रखने पर मास्क पहनना अनिवार्य होगा। इतना ही नहीं सार्वजनिक स्थान पर थूकना दंडनीय अपराध होगा।
MHA के आदेश के मुताबिक सार्वजनिक स्थान पर या फिर पब्लिक ट्रांसपोर्ट में यात्रा के दौरान सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना होगा। नए गाइडलाइन के मुताबिक सार्वजनिक जगहों पर थूकने वालों को राज्य सरकार या फिर स्थानीय प्रशासन की तरफ से दंडित किया जाएगा। इसके अलावा पब्लिक प्लेस पर शराब, गुटखा और तंबाकू का सेवन प्रतिबंधित रहेगा। सरकार ने सार्वजनिक स्थानों पर शराब, गुटखा, पान और तम्बाकू के सेवन पर बैन लगा रखा है। लेकिन, इन सभी चीजों की बिक्री को मंजूरी दे दी गई है। इनकी बिक्री के दौरान ग्राहकों को दो गज की दूरी रखनी होगी। इन दुकानों पर एक वक्त में 5 ही ग्राहक खड़े हो सकेंगे।
वहीं वर्क प्लेस पर फेस कवर लगाना जरूरी और इसका स्टॉक भी रखना होगा। वर्क प्लेस और वर्क ट्रांसपोर्टेशन के दौरान इनचार्ज को सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों का कड़ाई से पालन करवाना होगा। सभी संस्थानों में कर्मचारियों की थर्मल स्क्रीनिंग और सैनिटाइजेशन की व्यवस्था करनी होगी। शिफ्ट बदलने के दौरान एक घंटे का गैप देना जरूरी होगा। लंच के दौरान भी सोशल डिस्टेंसिंग का विशेष तौर पर ध्यान रखना होगा। वहीं शादी या अंतिम संस्कार पर डिस्ट्रिक्ट मजिस्ट्रेट का निर्देश मान्य होगा। शादी में 50 और अंतिम संस्कार में 20 से ज्यादा लोगों शामिल होने की इजाजत नहीं होगी।
निजी और सरकारी क्षेत्र के सभी कर्मचारियों के लिए आरोग्य सेतु ऐप डाउनलोड करना जरूरी होगा। संस्थान के मुखिया यह निश्चित करे कि 100% कर्मचारी ऐप डाउनलोड करें। सभी संस्थान शिफ्ट खत्म होने पर ऑफिस या परिसर को सैनिटाइजेशन कराएं। सैनिटाइजेशन का काम लगातार हो। संस्थान या ऑफिस में बड़े स्तर पर मीटिंग नहीं की जा सकेंगी। वर्क प्लेस पर इलाके के कोविड अस्पातालों की सूची जरूरी है। किसी भी कर्मचारी में कोई लक्षण दिखे तो उसे तुरंत चेकअप के लिए भेजें। क्वारैंटाइन एरिया की भी व्यवस्था हो ताकि ऐसे कर्मचारी को अस्पताल भेजे जाने तक वहां रखा जा सके।