भारत में कोरोना का कहर, आंकड़ा 20 लाख के पार, विशेषज्ञों ने दी ये चेतावनी
भारत में कोरोना का कहर, आंकड़ा 20 लाख के पार, विशेषज्ञों ने दी ये चेतावनी
नई दिल्ली। देश में कोरोना का प्रकोप थमने का नाम ही नहीं ले रहा है। हर दिन सैकड़ों की संख्या में नए कोरोना मरीजों का पता चल रहा है। कोविद -19 के नए मामले गुरुवार को दर्ज होने के बाद भारत में कोरोन मरीजों का आंकड़ा 20 लाख के पार पहुंच गया है। यानी कि मार्च लेकर अब तक 20 लाख भारतीय कोरोना महामारी की चपेट में आ चुके है।
Recommended Video
इस आंकड़े के साथ ही अब भारत वर्तमान में कोविड -19 मामलों के मामले में दुनिया में दूसरे स्थान पर पहुंच गया है। यानी कि वर्तमान में दुनिया में सबसे प्रभावित ब्राजील और अमेरिका से केवल भारत पीछे है। भारत दुनिया का दूसरा सबसे अधिक आबादी वाला देश होने के नाते भी कोविड -19 मामलों में तेजी से वृद्धि दर्ज हो रही है।
बता दें भारत ने 30 जनवरी को पहला कोविड -19 मामला दर्ज किया और देश की कोविड मरीजों की संख्या 16 जुलाई को 1 मिलियन तक पहुंच गई जो तीन सप्ताह में दोगुनी होकर 2 मिलियन हो गई। "ग्रामीण जिलों में वायरस का प्रसार होना खतरनाक संकेत है। जून तक वायरस मुख्य रूप से शहरी क्षेत्रों में था। लेकिन अब आधुनिक स्वास्थ्य सुविधाओं विहीन छोटे शहरों और कस्बों में जाने वाली महामारी के साथ, स्थिति गंभीर हो चुकी है।
आमिर उल्लाह खान, राजीव गांधी इंस्टीट्यूट फॉर कंटेम्परेरी स्टडीज़ (आरजीआईसीएस) के वरिष्ठ अनुसंधान एक्सर्प ने कहा कि अब टेस्ट कनके समय पर इलाज नहीं करवाया गया तो स्थिति आने वाले दिनों में और भयावह हो सकती है। अगर हम साल के अंत तक अमेरिकी से नंबर से आगे निकल जाते हैं तो यह आश्चर्य की बात नहीं होगी। हमें राज्य को अभी कार्य करने की आवश्यकता है, परीक्षण और स्थान विशेष लॉकडाउन में डाल कर इलाज पर पैसा खर्च करना होगा।
भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (ICMR) में एक वैज्ञानिक और महामारी विज्ञान के पूर्व प्रमुख और संचारी रोगों के प्रमुख ललित कांत ने कहा सार्वजनिक स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने कहा है कि भारत की जनसंख्या का आकार देखते हुए, बड़ी संख्या में सकारात्मक मामले होंगे और निवारक उपाय अब तक एकमात्र विकल्प हैं जब तक कि एक वैक्सीन उपलब्ध नहीं है।"जब तक हम एक सुरक्षित और प्रभावी टीका प्राप्त नहीं करेंगे, तब तक वायरस अपना प्रकोप जारी रखेगा। वर्तमान में उपलब्ध एकमात्र निवारक उपाय फेस मास्क का उपयोग, हाथ धोना, सोशल डिस्टेसिंग रखना है। ये सभी समुदाय के बदलते व्यवहार से जुड़े हैं।" यह आसान नहीं है और समय लगता है।