किसान आंदोलन के समर्थन में 15 जनवरी को देशभर में गवर्नर हाउस के बाहर कांग्रेस का प्रदर्शन
नई दिल्ली। नए कृषि कानूनों (Agriculture Laws) के विरोध में किसान पिछले 44 दिनों से दिल्ली (delhi) की कई सीमाओं पर प्रदर्शन कर रहे हैं। सूत्रों के मुताबिक , कांग्रेस 15 जनवरी को पूरे देश में सभी राज्यपाल के आवास के बाहर कृषि कानूनों को लेकर विरोध प्रदर्शन कर रहे किसानों (farmers protest)के समर्थन में धरना प्रदर्शन करेगी। बता दें कि, कई दौर की बातचीत के बावजूद भी इस मामले का कोई हल नहीं निकला है।
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कांग्रेस 15 जनवरी को पूरे देश में सभी राज्यपाल के आवास के बाहर कृषि कानूनों को लेकर विरोध प्रदर्शन कर रहे किसानों के समर्थन में प्रदर्शन करेगी। कांग्रेस के प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने शनिवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि सरकार पिछले 40 दिनों से मीटिंग पर मीटिंग और तारीख पर तारीख दिए जा रही, लेकिन काले कानूनों को वापस नहीं ले रही है।
रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि ये लड़ाई किसानों की आजिविका और सरकार की अवसरवादिता के बीच की है। ये लड़ाई किसानों की खुद्दारी और सरकार की खुदगर्जी के बीच है और लड़ाई दीये और तूफाने के बीच है। रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि कांग्रेस पार्टी 15 जनवरी को देशभर में कांग्रेस के दफ्तरों किसान अधिकार दिवास के रूप में जन आंदोलन करेगी. उन्होंने आगे बताया कि धरना प्रदर्शन और रैली के राजभवन तक मार्च किया जाएगा और तीनों कानूनों को खत्म करने की मांग की जाएगी।
कांग्रेस (Congress) नेता के सी वेणुगोपाल ने कहा, 'कांग्रेस 15 जनवरी को हर प्रदेश हेडक्वार्टर में किसान अधिकार दिवस मनाएगी और हर जिले में मार्च निकालेगी। जिस तरह कांग्रेस ने ईस्ट इंडिया कंपनी को देश से बाहर निकाला, वैसे ही अब मोदी सरकार को सत्ता से बाहर का रास्ता दिखाया जाएगा। किसानों ने कोर्ट जाने से इनकार कर दिया है। सुप्रीम कोर्ट को भी अपनी अंतरात्मा में झांकना जरूरी है। क्या कारण है कि किसानों कोर्ट जाना मंजूर नहीं किया है।
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