कांग्रेस नेता वेणुगोपाल ने पीएम मोदी के खिलाफ पेश किया विशेषाधिकार प्रस्ताव, जानिए पूरा मामला
कांग्रेस नेता केसी वेणुगोपाल ने सोनिया गांधी और राहुल गांधी पर पीएम मोदी द्वारा की गई टिप्पणी को अपमानजनक बताते हुए पीएम के खिलाफ विशेषाधिकार प्रस्ताव पेश किया है।
कांग्रेस नेता के सी वेणुगोपाल ने कांग्रेस नेता सोनिया गांधी और राहुल गांधी पर कथित अपमानजनक टिप्पणी के लिए प्रधानमत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ विशेषाधिकार प्रस्ताव पेश किया है। वेणुगोपाल ने राज्यसभा चेयरमैन को संबोधित करते हुए एक पत्र लिखा है। ये विशेषाधिकार प्रस्ताव पीएम मोदी द्वारा कांग्रेस सांसद सोनिया गांधी और राहुल गांधी पर उनके सरनेम को लेकर की टिप्पणी को लेकर है जिसकी चर्चा पूरे देश में हुई थी।
इंदिरा गांधी के लिए भी अपमानक और मानहानिकारक है
राज्यसभा चेयरमैन को भेजे गए पत्र में वेणुगोपाल ने पीएम मोदी के उसी बयान के बारे में बात की है, जिसमें पीएम मोदी ने कहा था नेहरू सरनेम रखने पर शर्मिंदगी है। कांग्रेस पार्टी के महासचिव वेणुगोपाल ने अपने इस पत्र में लिखा पीएम मोदी की ये टिप्पणी उत्साहपूर्वक तरीके से पहली दृष्टि में न केवल अपमानजनक है, बल्कि परिवार के सदस्यों के विशेषकर स्वर्गीय इंदिरा गांधी के लिए भी अपमानजक और मानहानिकारक है। पीएम मोदी ने जिन पर ये टिप्पणी की है वो राहुल गांधी और सोनिया गांधी सांसद हैं।
पढ़े पीएम मोदी द्वारा की गई पूरी टिप्पणी
राज्यसभा
वेणुगोपाल
ने
लिखा
'प्रधानमंत्री
नरेंद्र
मोदी
ने
मोशन
आफ
थैंक्स
पर
चर्चा
करते
हुए
कहा
था
'
मुझे
बहुत
आश्चर्य
होता
है
कि
चलो
भाई,
नेहरू
जी
नाम
हमसे
छूट
जाता
होगा
यदि
छूट
जाता
है
तो
हम
उसे
ठीक
भी
कर
लेंगे,
क्योंकि
वो
देश
के
पहले
प्रधानमंत्री
थे,
लेकिन
मुझे
ये
समझ
नहीं
आता
है
कि
उनकी
पीढ़ी
का
कोई
भी
व्यक्ति
नेहरू
जी
का
सरनेम
रखने
से
क्यों
डरा
है।
क्या
शर्मिंदगी
है
नेहरू
सरनेम
रखने
में,
इतना
बड़ा
महान
व्यक्ति
आपको
मंजूर
नहीं
है,
परिवार
को
मंजूरी
नहीं
है।
'
इस लेटर में वेणुगोपाल ने लिखा मैं 9 फरवरी को राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव के अपने उत्तर के दौरान संसद सदस्यों के विचार के लिए राज्या में प्रक्रिया और संचालन नियमों के नियम 188 के तहत भारत के प्रधानमंत्री के खिलाफ विशेषाधिकार नोटिस दे रहा हूं।
बता दें राहुल गांधी द्वाार यूके में भारत के लोकतंत्र पर की गई टिप्पणी पर शुक्रवार को सदन में जमकर हंगामा हुआ और भाजपा नेता राहुल गांधी से अपने बयान के लिए माफी मांगने की मांग करते हुए जमकर हंगामा करते रहे। दूसरे चरण के बजट सत्र के लगातार पांचवें दिन गतिरोध जारी रहा जहां भाजपा ने गांधी से सार्वजनिक माफी की मांग की, और कांग्रेस ने अडानी मामले की संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) से जांच कराने की मांग की। इस जबदरस्त हंगामें के बाद संसद के दोनों सदनों को सोमवार तक के लिए स्थगित कर दिया गया था,