कश्मीर पर दिए अपने बयान से पलटे सैफुद्दीन सोज, कहा-आजादी संभव नहीं
श्रीनगर। जम्मू-कश्मीर पर पूर्व मुख्यमंत्री गुलाम नबी आजाद के विवादित बयान पर बवाल अभी थमा भी नहीं था कि पार्टी के अन्य बड़े नेता सैफुद्दीन सोज ने जम्मू-कश्मीर की आजादी की बात कर विवाद को और तूल दे दिया है। सोज ने शुक्रवार को मीडिया से बात करते हुए कहा कि कश्मीर के लोगों की पहली प्राथमिकता आजादी पाना है। लेकिन अब इस मामले पर उन्होंने सफाई देते हुए कहा कि, आज, मैं कश्मीर को बता रहा हूं कि आजादी संभव नहीं है। इस मुद्दे पर भारत और पाक बात करनी चाहिए।
अपने पिछले बयान पर सफाई देते हुए कहा कि, वाजपेयी और मुशर्रफ के साथ बातचीत हुई, फिर मनमोहन-मुशर्रफ के बीच कश्मीर के मुद्दे पर विचार विमर्श किया। दुर्भाग्यवश, मुशर्रफ सिस्टम से बाहर चले गए। वह भारत के साथ सम्मानित शांति चाहते थे। आज, मैं कश्मीर को बता रहा हूं कि आजादी संभव नहीं है। भारत और पाक बात करनी चाहिए।
आपको बता दें कि, सोज ने कहा था कि वर्तमान स्थिति में कश्मीर की आजादी इससे जुड़े देशों के कारण संभव नहीं है, लेकिन यह जरूर है कि कश्मीर के लोग पाकिस्तान के साथ इसका विलय नहीं कराना चाहते हैं। कश्मीर के लोगों की पहली प्राथमिकता आजादी है। कश्मीर ना भारत के साथ रहना चाहता है और ना ही यह चाहता है कि पाकिस्तान के साथ इसका विलय कराया जाए। उन्होंने कहा कि कश्मीर के लोगों के लिए शांतिपूर्ण माहौल की स्थापना जरूरी है, जिससे कि यहां के लोग शांति से रह सकें। सोज के इस बयान से कांग्रेस ने किनारा कर लिया है।
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