कर्नाटक में जेडीएस के पास रहेगा वित्त मंत्रालय, कांग्रेस के साथ टकराव खत्म
बेंगलुरू। कर्नाटक में जेडीएस और कांग्रेस के बीच मंत्रालयों के बंटवारे को लेकर चल रही खींचतान खत्म हो गई है। दोनों पार्टियों के नेताओं में कई बैठकों के बाद वित्त जेडीएस और गृह मंत्रालय कांग्रेस को मिला है। वित्त मंत्रालय को लेकर ही कई दिनों से दोनों पार्टियों के बीच तनातनी चल रही थी। शनिवार को मुख्यमंत्री कुमारस्वामी की मौजूदगी में हुई बैठक में मामले को निपटा लिया गया, कांग्रेस को गृह और जेडीएस को वित्त मंत्रालय दिए जाने पर सहमति बन गई।
जेडीएस को 12 जबकि कांग्रेस को 22 मंत्रालय मिले हैं। जेडीएस के पास वित्त, पीडब्लयूडी, शिक्षा और टूरिज्म एंड ट्र्रांसपोर्ट जैसे अहम मंत्रालय रहेंगे तो वहीं कांग्रेस को गृह, स्वास्थ्य, कृषि, अर्बन और रूरल डेवलेपमेंट, वन और पर्यावरण, लेबर, महिला और बाल विकास खाद्य, युवा और खेल, हाउसिंग, खनन, हज, वक्फ और अल्पसंख्यक मंत्रालय मिले हैं।
कर्नाटक में जेडीएस ने कांग्रेस के समर्थन से सरकार बनाई है। 23 मई को कुमारस्वामी ने कर्नाटक के मुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता जी परमेश्वरा ने उपमुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी। 25 मई को कुमारस्वामी ने विश्वासमत भी हासिल कर लिया था। बीते एक हफ्ते से मंत्रालयों को लेकर दोनों पार्टी के नेताओं में बैठकों का दौर चल रहा था।
कर्नाटक सरकार में सहयोगी जेडीएस और कांग्रेस 2019 में लोकसभा चुनाव साथ में लड़ेंगीं। पार्टी नेताओं ने इसको लेकर ऐलान किया है। कांग्रेस नेता केसी वेणुगोपाल ने बताया है कि दोनों पार्टियों में मंत्रालय या किसी दूसरे मुद्दे पर कोई टकराव नहीं है और सरकार जनता की अपेक्षाओं पर खरा उतरने के लिए काम करेगी। उन्होंने कहा कि दोनों पार्टी 2019 का लोकसभा चुनाव भी मिलकर लड़ेंगी।
कर्नाटक में कांग्रेस-जेडीएस का 2019 लोकसभा चुनाव साथ लड़ने का ऐलान