आरुषि हेमराज हत्याकांड: 'हमारे परिवार ने बहुत कुछ झेला, जिसने समर्थन किया उनका शुक्रिया'
यूपी स्थित नोएडा के बहुचर्चित आरुषि हेमराज हत्याकांड का फैसला आ गया है। इलाहाबाद हाईकोर्ट ने राजेश और नुपुर तलवार को बरी कर दिया है। इसके साथ ही उनकी सजा भी रद्द कर दी गई है।
नई दिल्ली। यूपी स्थित नोएडा के बहुचर्चित आरुषि हेमराज हत्याकांड का फैसला आ गया है। इलाहाबाद हाईकोर्ट ने राजेश और नुपुर तलवार को बरी कर दिया है। इसके साथ ही उनकी सजा भी रद्द कर दी गई है। इन सबके बीच नुपुर तलवार के पिता बीजी चिटनिस ने फैसले का स्वागत किया। भारतीय नौसेना के पूर्व अधिकारी चिटनिस ने कहा कि वो बेटी और दामाद राजेश को जेल में देखना बहुत ही दुखदायी था। उन्होंने पत्रकारों से कहा कि फैसले के लिए मैं न्यायपालिका का आभारी हूं। तलवार दंपति ने इस दौरान बहुत कुछ सहन किया है। वो भावनात्मक तौर पर टूट चुके हैं। इस उम्र में बेटी को जेल में देखना दुखद है। आरुषि की आंटी वंदना ने फैसले के बाद कहा कि मामले के लंबा खिच जाने की वजह से पूरे परिवार को बहुत कुछ झेलना पड़ा। यह बहुत ही कष्टदायक था। वंदना ने कहा कि जिन्होंने समर्थन किया उनका बहुत बहुत शुक्रिया।
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उत्तर प्रदेश के गौतम बुद्ध नगर (नोएडा) में साल 2008 में हुए बहुचर्चि आरुषि हेमराज हत्याकांड में आज इलाहाबाद हाईकोर्ट ने फैसला सुनाया। अदालत ने आरुषि के माता पिता नुपुर और राजेश तलवार को बरी कर दिया। इतना ही अदालत ने उनकी उम्र कैद की सजा को भी रद्द कर दिया। गौरतलब है कि बीते महीने 7 सितंबर को बहस पूरी होने के बाद हाईकोर्ट ने फैसला सुरक्षित रख लिया था।
जज बीके नारायण और एके मिश्रा की पीठ ने तलवार दंपति की याचिका पर फैसला सुनाते हुए गाजियाबाद सीबीआई कोर्ट के उस फैसले को पलट दिया जिसमें उम्रकैद की सजा दी गई थी।
वहीं इस फैसले पर CBI के पूर्व निदेशक एपी सिंह ने कहा कि इस केस की सबसे बड़ी कमजोरी यह थी कि सीन ऑफ क्राइम को पहले ही दिन बुरी तरह बिगाड़ दिया गया था। नतीजतन, इसके बाद हमें क्राइम ऑफ सीन से कुछ नहीं मिला, जो हमारे लिए सबसे बड़ा नुकसान था। सिंह ने कहा कि अदालत के फैसले से उन्हें (तलवार दंपति को) क्लीन चिट नहीं मिल रही है, उन्हें संदेह का लाभ मिला है।
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