जम्मू-कश्मीरः राज्य की सुरक्षा को लेकर एकजुट हुए सभी दल, महबूबा मुफ्ती ने की अध्यक्षता
श्रीनगर। जम्मू-कश्मीर की मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने बुधवार को राज्य में सुरक्षा की समीक्षा के लिए सर्वदलीय मीटिंग बुलाई। इस ऑल पार्टी मीटिग की अध्यक्षता खुद सीएम महबूबा मुफ्ती ने की। इस मीटिंग में घाटी के मौजूदा हालात पर चर्चा की गई। शेर-ए-कश्मीर कॉफ्रेंस सेंटर में हई इस सर्वदलीय बैठक में कई दलों के प्रतिनिधि हिस्सा लिया। सूत्रों के मुताबिक, इस बैठक में खास तौर पर दक्षिणी कश्मीर के हालातों पर चर्चा की गई। जम्मू-कश्मीर की सीएम महबूबा मुफ्ती ने कहा कि जम्मू-कश्मीर के हालात पर पीएम नरेंद्र मोदी से मिलकर उनको जानकारी देने पर भी सहमति बनी।
इस बैठक में सीएम के अलावा , शिक्षा मंत्री नईम अख्तर , बीजेपी नेता और राज्य की डिप्टी सीएम कविंदर गुप्ता , गुलाम अहमद मीर, जी एन मोंगा ,उस्मान मजीद, इंजीनियर रशीद, हाकिम मुहम्मद यासीन और मुहम्मद यूसुफ तारिगामी मौजूद रहे। सर्वदलीय बैठक के बाद जम्मू-कश्मीर की मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने कहा कि सबका मानना है कि बीजेपी-पीडीपी के गठबंधन के लिए तैयार किए गए अजेंडा पर हम चलते हैं तो राज्य के हालात बदलेंगे। जम्मू-कश्मीर के हालात पर पीएम मोदी से मिलकर उनको जानकारी देने पर भी सहमति बनी है।
जम्मू कश्मीर में जिस तरह से पत्थरबाजी में 22 साल के युवा की मौत हुई है उसपर मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने तीखी प्रतिक्रिया देते हुए कहा था कि यह मानवता की हत्या है। इस घटना ने मेरे भीतर की मां को पूरी तरह से झकझोर दिया है। चेन्नई के निवासी तिरुमणि जिनकी पत्थरबाजी में मौत हो गई, उनके पिता से मिलने के बाद मुफ्ती ने कहा कि पत्थरबाजों का कोई धर्म नहीं होता है।
चेन्नई के युवा की मौत पर दुख जाहिर करते हुए मुफ्ती ने कहा कि जम्मू कश्मीर में पहले कभी ऐसा नहीं सुना गया था, इस मुद्दे पर टीवी चैनल पर कई दिनों तक डिबेट होगी लेकिन हम मानवता की हत्या को चुपचाप देखते रहेंगे। हम अपने बच्चों को कौन सी शिक्षा दे रहे हैं कि लोग पत्थर उठाकर सड़क पर दौड़ रहे हैं और किसी भी व्यक्ति को मार देते हैं। इस्लाम हमे यह शिक्षा नहीं देता है, हमारा धर्म हमे अपने मेहमानों के स्वागत की शिक्षा देता है। जो लोग किसी को मारने के लिए पत्थर उठाते हैं उनका कोई धर्म नहीं होता है।