धरती के बाद पानी में चीन का युद्धाभ्यास, नौसेना का हिंद महासागर में लाइव फायर ड्रिल
चीनी नौ सेना ने कई दिनों तक अभ्यास के दौरान जहाजों पर हमले किए
नई दिल्ली। डोकलाम में भारत और चीन के टकराव की स्थिति बनी हुई है इसी बीच खबर है कि चीन की नौसेना ने समुद्र में लड़ने की अपनी क्षमताओं को बेहतर बनाने के लिए हिंद महासागर में लाइव फायर ड्रिल किया। चीन की सरकारी संवाद समिति शिन्हुआ ने एक खबर में कहा कि चीन के युद्धपोत चांगचुन, मार्गदर्शक मिसाइल फ्रिगेट जिंगझोउ और आपूर्ति पोत चाओहू ने पश्चिमी हिंद महासागर में अभ्यास किया है।
हिंद महासागर में लाइव फायर ड्रि्ल
चीनी नौ सेना ने कई दिनों तक अभ्यास के दौरान जहाजों पर हमले किए। चीनी बेड़े के चीफ ऑफ स्टाफ चेन देनन ने कहा कि अभ्यास का मकसद लड़ाई की वास्तविक परिस्थितियों में जहाजों के प्रदर्शन को बेहतर बनाना है। चीन का बेड़ा एशिया, यूरोप, अफ्रीका और ओशिनिया की अर्द्धवार्षिक मैत्री यात्रा पर है और उसने 23 अप्रैल को यात्रा शुरू होने के बाद से 10 देशों की नौसेनाओं के साथ संयुक्त अभ्यास किया है।
पीएलए ने सीमा से कुछ ही दूरी पर किया था युद्धाभ्यास
दरअसल चीन सिक्किम के डोकलाम में भारत के साथ गतिरोध के बाद से चीन, तिब्बत में कई बार लाइव फायर अभ्यास करके अपनी सैन्य क्षमताओं को दिखाना चाह रहा है। अभी कुछ ही दिन पहले चीनी मीडिया के मुताबिक पीएलए ने सीमा से कुछ ही दूरी पर युद्धाभ्यास किया था। इस युद्ध अभ्यास के दौरान टैंक और हेलिकॉप्टर उतारे गए थे। चाइना सेंट्रल टेलिविजन (CCTV) की रिपोर्ट के मुताबिक पीएलए की 10 यूनिट ने ड्रिल ऑपरेशन में हिस्सा लिया था जिसमे जिसमें पीएलए की एविएशन यूनिट भी शामिल थी। ये युद्धाभ्यास पीएलए की वेस्टर्न थिएटर कमांड ने किया था। जो कि भारत के आस-पास वाले बॉर्डर की सुरक्षा के लिए जिम्मेदार है।
डोकलाम में जारी है तनाव
आपको बता दें कि15 अगस्त को लद्दाख के पेंगोंग झील में चीनी सेना ने घुसपैठ की कोशिश की थी जिसको भारतीय सेना ने नाकाम कर दिया था। जिसके बाद चीनी सैनिकों ने भारतीय सैनिको पर पत्थरबाजी थी जिसमे दोनों देशों के सैनिकों को हल्की चोटे भी आई थी। डोकलाम को लेकर भारत और चीन के बीच पिछले करीब दो महीनों से तनातनी जारी है। डोकलाम क्षेत्र सिक्किम के पास भारत-चीन-भूटान ट्राइजंक्शन पर स्थित है। यह इलाका भूटान की सीमा में पड़ता है, लेकिन चीन इसे डोंगलोंग प्रांत बताते हुए अपना दावा करता है। चीन ने इस साल जून में जब डोकलाम के पास सड़क बनाने की कोशिशें शुरू कीं, तो भारतीय सैनिकों ने दखल देते हुए उनका काम रुकवा दिया।