एक और बहू की राजनीति में एंट्री, BSP के जरिए समीकरण बदलने की तैयारी
ऋचा जोगी बसपा में शामिल होकर छत्तीसगढ़ के सियासी समीकरण बदलने की तैयारी में हैं। छत्तीसगढ़ में चुनावी शंखनाद होने के बाद से ही ऋचा जोगी लगातार लोगों के बीच जाकर चुनावी अभियान को धार देने में जुटी हुई हैं।
नई दिल्ली। देश की राजनीति में अपनी सियासी समझ का लोहा मनवा रहीं सियासी परिवारों की बहुओं में अब एक और बहू ने एंट्री मारी है। बात हो रही है छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी की पुत्रवधु और अमित जोगी की पत्नी ऋचा जोगी की, जिन्होंने हाल ही में बहुजन समाज पार्टी की सदस्यता ली है। ऋचा जोगी बसपा में शामिल होकर छत्तीसगढ़ के सियासी समीकरण बदलने की तैयारी में हैं। छत्तीसगढ़ में चुनावी शंखनाद होने के बाद से ही ऋचा जोगी लगातार लोगों के बीच जाकर चुनावी अभियान को धार देने में जुटी हुई हैं।
ऋचा को मिली अहम जिम्मेदारी
ऋचा, अजीत जोगी के बेटे अमित जोगी की पत्नी हैं और राजनीति में काफी सक्रिय हैं। ऋचा की सियासी सूझबूझ और राजनीति में उनकी पकड़ का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि पिछले दिनों ही अजीत जोगी ने छत्तीसगढ़ की सबसे हाईप्रोफाइल विधानसभा सीट राजनांदगांव में मुख्यमंत्री रमन सिंह के खिलाफ जमीन तैयार करने की जिम्मेदारी ऋचा को सौंपी।
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कार्यकर्ताओं के बीच सीधा संवाद
बसपा में शामिल होने से पहले ऋचा को 'जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़' की ओर से राजनांदगांव सीट का प्रभारी नियुक्त किया गया था। वर्तमान में मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह इस सीट से विधायक हैं। प्रभारी बनते ही ऋचा ने कार्यकर्ताओं के साथ बैठकों का दौर कर इस सीट का सारा गणित समझना शुरू कर दिया। पहले चर्चा थी कि अजीत जोगी इस सीट से रमन सिंह के सामने चुनाव लड़ेंगे और इसीलिए ऋचा जोगी को यहां का प्रभारी बनाया गया। हालांकि अब अजीत जोगी ने ऐलान किया है कि वो विधानसभा चुनाव नहीं लड़ेंगे।
अकलतरा सीट से बनीं बसपा प्रत्याशी
ऐसा नहीं है कि ऋचा जोगी राजनीति में नौसिखिया हैं। पिछले दो साल से ऋचा लगातार कार्यकर्ताओं, जनता और विशेषकर महिलाओं के बीच सीधा संपर्क बनाने में जुटी हैं। सार्वजनिक बैठकों में ऋचा के पहुंचते ही महिलाओं में उनके साथ सेल्फी लेने की होड़ सी मच जाती है। वो कार्यकर्ताओं की समस्याएं सुनती हैं और मौके पर उनका समाधान करने की कोशिश करती हैं। बसपा ने ऋचा को छत्तीसगढ़ की अकलतरा सीट से प्रत्याशी भी घोषित कर दिया है।
कई सीटों पर मिल सकता है फायदा
छत्तीसगढ़ के सियासी गलियारों में यह भी चर्चा है कि कार्यकर्ताओं के बीच ऋचा जोगी की सीधी पहुंच का फायदा उनकी अपनी सीट के अलावा भी कई सीटों पर मिल सकता है। ऋचा जोगी के साथ ही जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ की चंद्रपुर सीट से पूर्व घोषित प्रत्याशी गीतांजलि पटेल ने भी बसपा की सदस्यता ली है। उन्हें भी चंद्रपुर सीट से ही बसपा का टिकट दिया गया है।
बसपा के टिकट पर जकांक्ष के प्रत्याशी
सूत्रों की मानें तो मायावती और अजीत जोगी के बीच गठबंधन को लेकर सीटों के बंटवारे का जो फार्मूला तय हुआ है, उसमें बसपा के हिस्से में 35 और जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ के हिस्से में 55 सीटें हैं। सीटों के बंटवारे को लेकर कुछ नेताओं में असंतोष था, जिसे दूर करने के लिए इस फॉर्मूले में कुछ सीटों पर 'जकांक्ष' के प्रत्याशियों को बसपा के टिकट पर लड़ाने पर सहमति बनी है।