केरल बाढ़ राहत में मिले 3.26 करोड़ रुपये के चेक और डिमांड ड्राफ्ट हुए बाउंस
तिरुवनंतपुरम। पिछले साल केरल मे आई बाढ़ ने राज्य के हजारों लोगों को प्रभावित किया था। देश की राज्य सरकारों के साथ तमाम लोगों ने इस आपदा से निपटने के लिए केरल सरकार का सहयोग भी किया। मुख्यमंत्री डिस्ट्रेस रिलीफ फंड (CMDRF) में लोगों ने करोड़ों रुपए दान किए। लेकिन हैरानी वाली बात है कि इसमें से 3.26 करोड़ रुपए के डिमांड ड्रॉफ्ट और चेक बाउंस हो गए हैं।
395 चेक और डिमांड ड्राफ्ट शामिल हैं
मंगलवार को विधानसभा में कासरगोड के विधायक एनए नेलिक्कुन्नु की ओर से उठाए गए एक सवाल के जवाब में यह बात सामने आई है। मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने कहा कि इनमें 395 चेक और डिमांड ड्राफ्ट शामिल हैं। 30 नवंबर, 2018 तक 2,797.67 करोड़ रुपए की राशि सीएमडीआरएफ में जमा हुई थी। जिसमें 260.45 करोड़ रुपए ऑनलाइन ट्रांसफर किए गए थे और 2,537.22 करोड़ रुपए चेक और डिमांड ड्रॉफ्ट के माध्यम से जमा किए गए थे। जबकि केवल चेक के माध्यम से 7.46 करोड़ रुपए मिले थे।
1199.69 करोड़ रुपए बाट दिए गए
नए आंकड़ों के मुताबिक सीएमडीआरएफ में 3226.21 करोड़ रुपये और 1199.69 करोड़ रुपए के व्यय को दर्शाया गया है। अगस्त 2018 में 14 दिनों में रिकॉर्ड फंड दान में मिला था। जिसमें 14 अगस्त, 2018 से शुरू होकर, दो सप्ताह में यह 713.9 करोड़ रुपए रहा। बता दें कि इस आपदा से निपटने के लिए राज्य सरकार के अलावा कई सामाजिक संगठनों ने सोशल मीडिया के जरिए कैंपेन भी चलाया था ताकि अधिक से अधिक फंड इकट्ठा हो सके।
7.37 लाख लोगों को तत्काल लाभ दिया गया
बताया गया है कि सीएमआरडीएफ में दान के पैसों से दिसंबर 2018 तक उपलब्ध आंकड़ों के अनुसार, 7.37 लाख लोगों तत्काल लाभ दिया गया था, और इसके लिए 457.30 करोड़ रुपये खर्च किए गए। क्योंकि लाखों लोग ऐसे थे जिनका घर बर्बाद हो गया था। इसमें से 2,43,207 लाख परिवारों को 1,256.55 करोड़ की लागत से पुनर्निर्माण के लिए सहायता राशि दी गई। लाभार्थियों की इस सूची में एर्नाकुलम में (1,93,448) और अलाप्पुझा (1,66,345) सबसे ऊपर है। इसके बाद त्रिशूर (1,35,784) हैं।