गूगल क्रोम पर हो सकता है हैकर्स का अटैक, एजेंसी ने जारी किया अलर्ट
नई दिल्ली। कंप्यूटर इमरजेंसी रिस्पांस टीम ऑफ इंडिया (सीईआरटी-इन) ने इंटरनेट उपयोगकर्ताओं को गूगल क्रोम एक्सटेंशन इंस्टॉल करते समय सावधानी बरतने की सलाह दी है। कंपनी ने कहा कि संवेदनशील उपयोगकर्ता डेटा एकत्र करने के बाद उसने 100 से अधिक गलत एक्सटेंशन निकाल दिए है। सीईआरटी-इन ने यह भी कहा कि उसे गूगल क्रोम के वेब स्टोर सुरक्षा स्कैन को बायपास करने के वाले एक्सटेंशन कोड मिले हैं।
सीईआरटी-इन इलेक्ट्रॉनिक्स और प्रौद्योगिकी मंत्रालय के अंतर्गत आता है और साइबर सुरक्षा खतरों से संबंधित है। एजेंसी ने कहा कि, एक्सटेंशन में स्क्रीनशॉट लेने की क्षमता थी, क्लिपबोर्ड को पढ़ना, ऑथेंटिकेशन कुकीज़ को काटना या पासवर्ड और अन्य गोपनीय जानकारी पढ़ने या उपयोग करने की क्षमता थी। एजेंसी ने इंटरनेट उपयोगकर्ताओं को गूगल क्रोम ब्राउजर पर यूजर्स को सावधानी से और बेहद जरूरी होने पर ही एक्सटेंशन इंस्टॉल करने की सलाह दी गई है।
एजेंसी ने इसके अलावा जिन एक्सटेंशंस का इस्तेमाल आप नहीं करते, उन्हें भी फौरन डिलीट कर दें। इसके अलावा कोई नया एक्सटेंशन इंस्टॉल करते वक्त उसके यूजर रिव्यू भी जरूर पढ़ लें और अनवेरिफाइड सोर्स से क्रोम एक्सटेंशन डाउनलोड ना करें क्योंकि जरा सी लापरवाही के चलते ऐसा करना पर्सनल से लेकर बैंकिंग डेटा तक की चोरी की वजह बन सकता है।
इंटरनेट यूजर्स को अलर्ट करते हुए भारत सरकार की एजेंसी इंडियन कंप्यूटर इमरजेंसी रिस्पॉन्स टीम की ओर से एडवाइजरी जारी की गई है। एडवाइजरी में कहा गया है, 'इन एक्सेटेंशंस को यूजर्स के वेब सर्च रिजल्ट्स बेहतर करने, फाइल्स को एक फॉरमेट से दूसरे में कन्वर्ट करने जैसे फीचर्स दिए जा रहे थे और कुछ एक्सटेंशन सिक्यॉरिटी स्कैनर्स की तरह काम कर रहे थे। सामने आया है कि इन एक्सटेंशंस में ऐसे कोड्स शामिल थे, जिनकी मदद से क्रोम वेब स्टोर के सिक्यॉरिटी स्कैन्स से इन्हें छुपाया जा सका।
इससे पहले एजेंसी ने बताया था कि, एक स्पाईवेयर की मदद से यूजर्स पर अटैक किया गया था और इसे मार्केट लीडिंग क्रोम एक्सटेंशन की मदद से क्रोम ब्राउजर में इंस्टॉल किया गया था। 3.2 करोड़ से ज्यादा यूजर्स ने इसे डाउनलोड किया था।अवेक सिक्योरिटी के रिसर्चर्स ने इसका पता लगाया और इससे जुड़े डीटेल्स शेयर की है।
आर्थिक मोर्चे पर दिखा लॉकडाउन में ढील का असर, अप्रैल-मई के मुकाबले जून में बढ़ा GST कलेक्शन