कोरोना की वजह से स्थगित हुई जनगणना 2021 की प्रक्रिया, केंद्रीय गृह राज्य मंत्री ने दी सदन में जानकारी
नई दिल्ली, फरवरी 08। कोरोना संक्रमण के कारण जनगणना 2021 के संचालन और संबंधित क्षेत्र की गतिविधियों को अगले आदेश तक के लिए स्थगित कर दिया गया है। ये जानकारी मंगलवार को केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने संसद में दी। एक लिखित प्रश्न का जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि अब तक सरकार ने राष्ट्रीय स्तर पर भारतीय नागरिकों का राष्ट्रीय रजिस्टर (एनआरआईसी) तैयार करने का कोई निर्णय नहीं लिया है।
आजादी के बाद से नहीं हुई है जाति आधारित जनगणना- नित्यानंद राय
नित्यानंद राय ने सदन को बताया सरकार ने स्वतंत्रता के बाद से अनुसूचित जातियों और अनुसूचित जनजातियों के अलावा जाति आधारित जनगणना नहीं की है। उन्होंने लोकसभा में एक प्रश्न के लिखित उत्तर में कहा कि जनगणना 2021 कराने की सरकार की योजना को 28 मार्च, 2019 को भारत के राजपत्र में अधिसूचित कर दिया गया था।
5 साल में 4844 विदेशियों को दी गई भारत की नागरिकता
नित्यानंद राय ने सदन में ये भी बताया कि सरकार ने जनगणना 2021 की कवायद के लिए 8,754.23 करोड़ रुपये के आवंटन को मंजूरी दी थे, लेकिन कोरोना काल ने सभी योजना को खराब कर दिया है। केंद्रीय गृह राज्य मंत्री ने बताया कि नागरिकता अधिनियम 1955 के तहत पिछले पांच साल में 4,844 विदेशियों को भारतीय नागरिकता प्रदान की गई है। उन्होंने बताया कि 2021 में ही 1,773 विदेशियों को भारतीय नागरिकता दी गई। वहीं 2020 में 639 विदेशियों को, 2019 में 987 विदेशियों को, 2018 में 628 विदेशियों को और 2017 में 817 विदेशियों को भारत की नागरिकता प्रदान की गई।