ममता बनर्जी की बायोपिक पर बैन की मांग, बीजेपी ने चुनाव आयोग को लिखी चिट्ठी
नई दिल्ली। पीएम मोदी की बायॉपिक को लेकर पैदा हुए विवाद के बाद अब पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की जिंदगी पर आधारित फिल्म (बाघिनी) पर घमासान शुरू हो गया है। ममता बनर्जी की इस बायॉपिक फिल्म पर रोक लगाने की मांग की गई है। ये फिल्म तीन मई को रिलीज होने वाली है। इस फिल्म पर रोक लगाने की मांग को लेकर भारतीय जनता पार्टी ने चुनाव आयोग को पत्र लिखा है।
ममता बनर्जी की बायोपिक 'बाघिनी' पर घमासान
बीजेपी ने चुनाव आयोग को पत्र लिख कहा है, '3 मई को पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी की बायोपिक 'बाघिनी' रिलीज हो रही है। बीजेपी ने पीएम मोदी की बायोपिक के खिलाफ कार्रवाई का जिक्र करते हुए इस फिल्म पर भी रोक लगाने की मांग की है। बता दें कि पीएम मोदी की बायोपिक को लेकर काफी विवाद हुआ था। कांग्रेस, आम आदमी पार्टी सहित कई राजनीतिक दलों ने इस फिल्म के खिलाफ चुनाव आयोग में शिकायत की थी। चुनाव आयोग ने पीएम मोदी की बायोपिक पर रोक लगा दी थी। ये फिल्म 11 अप्रैल को रिलीज होने वाली थी।
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3 मई को फिल्म होगी रिलीज
ममता की बायोपिक पर सीपीआई-एम ने भी आपत्ति जाहिर की है। सीपीआई-एम ने चुनाव आयोग से अपील की है कि ममता बनर्जी के जीवन पर आधारित इस फिल्म के रिलीज हुए ट्रेलर पर फिलहाल बैन लगाया जाए। पार्टी ने कहा है कि इस फिल्म का निष्पक्ष चुनावों पर प्रभाव पड़ सकता है। नेहाल दत्ता की फिल्म बाघिनी बंगाली भाषा में है, जिसमें रुमा चक्रवर्ती ममता बनर्जी का किरदार निभा रही हैं। इसमें किरदार का नाम इंदिरा है जिसे सब दीदी कहकर पुकारते हैं।
बांग्लादेशी नागरिक के प्रचार करने पर बीजेपी ने EC में की शिकायत
वहीं, बीजेपी ने चुनाव आयोग में एक और शिकायत दर्ज कराई है। दमदम में बांग्लादेशी नागरिक गाजी नूर के टीएमसी उम्मीदवार सौगत रॉय के समर्थन में प्रचार करने के मामले में बीजेपी ने चुनाव आयोग को पत्र लिखा है। बीजेपी ने इसे आचार संहिता का उल्लंघन बताया है और वीजा नियमों का हवाला देते हुए उचित कार्रवाई करने की मांग की है। इसके पहले, गृह मंत्रालय ने बांग्लादेशी एक्टर फिरदौस अहमद के टीएमसी के पक्ष में प्रचार करने पर अभिनेता को भारत छोड़ने का आदेश दिया था।