Madhya Pradesh : राज्यपाल से मिले शिवराज सिंह चौहान, विधानसभा अध्यक्ष को लेकर कही ये बात
भोपाल। मध्य प्रदेश में भाजपा सरकार बनाने के लिए पूरी तरह से तैयार है, शनिवार को बीजेपी नेता और मध्य प्रदेश के पूर्व सीएम शिवराज सिंह ने राज्यपाल लालजी टंडन से मुलाकात की और उसके बाद मीडिया से बात करते हुए शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि सरकार बहुमत खो चुकी है, ऐसी स्थिति में कोई महत्वपूर्ण नीतिगत फैसला लेने का अधिकार विधानसभा अध्यक्ष को नहीं है, लेकिन वह लगातार दबाव डाल रहे हैं कि शरद कोल का इस्तीफा स्वीकार किया जाए, यह पक्षपातपूर्ण है, आज राज्यपाल से हमने प्रार्थना की है कि ऐसी स्थिति में वह हस्तक्षेप करें।
कांग्रेस के 21 पूर्व विधायकों ने भाजपा की सदस्यता ली
जबकि इससे पहले मध्य प्रदेश में इस्तीफा देने वाले कांग्रेस के सभी 22 पूर्व विधायक शनिवार को भाजपा में शामिल हो गए। बीते कई दिनों से बेंगलुरू के एक होटल में ठहरे , ये पूर्व विधायक शनिवार को ज्योतिरादित्य सिंधिया की मौजूदगी में भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा से मिलने उनके आवास पर पहुंचे। जहां कांग्रेस के 21 पूर्व विधायकों ने भाजपा की सदस्यता ली। कांग्रेस से इस्तीफा देने वाले एक और कांग्रेस के पूर्व विधायक बिसाहूलाल साहू पहले ही भाजपा में शामिल हो चुके हैं।
फ्लोर टेस्ट से पहले कमलनाथ ने दिया इस्तीफा
मालूम हो कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश के मुताबिक कल शाम पांच बजे फ्लोर टेस्ट होना था लेकिन उससे पहले सीएम कमलनाथ ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर इस्तीफे का ऐलान कर दिया। इस दौरान उन्होंने बीजेपी पर जमकर आरोप लगाए, उन्होंने भावुक होते हुए कहा कि राज्य में बीजेपी को 15 साल मिले थे जबकि मुझे अब तक सिर्फ 15 महीने मिले हैं, ढाई महीने लोकसभा चुनाव और आचार संहिता में गुजरे, इन 15 महीनों मे राज्य का हर नागरिक गवाह है कि मैंने राज्य के लिए कितना काम किया लेकिन बीजेपी को ये काम रास नहीं आए, साथ ही कमलनाथ ने कहा कि बीजेपी ये ना भूले कि कल सबका आता है।
ज्योतिरादित्य सिधिंया ने किया Tweet- सत्यमेवजयते
कमलनाथ के प्रेस वार्ता के बाद कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में शामिल हुए एमपी के महाराज ज्योतिरादित्य सिधिंया ने Twitter पर लिखा था कि मध्य प्रदेश में आज जनता की जीत हुई है। मेरा सदैव ये मानना रहा है कि राजनीति जनसेवा का माध्यम होना चाहिए, लेकिन प्रदेश सरकार इस रास्ते से भटक गई थी। सच्चाई की फिर विजय हुई है, सत्यमेवजयते।
असेंबली की स्थिति
- मध्य प्रदेश विधानसभा में कुल विधायकों की संख्या है- 230
- इनमें से 2 विधायकों के आकस्मिक निधन से संख्या है- 228
- कांग्रेस के 22 विधायकों के इस्तीफे के बाद संख्या है- 206
- इस तरह विधानसभा में बहुमत का आंकड़ा बैठता है- 104
मौजूदा
आंकड़े
- भाजपा - 107 विधायक ( उसके अपने)
- कांग्रेस - 91 (स्पीकर को मिलाकर 92) विधायक, 22 विधायकों के इस्तीफे के बाद
- सपा, बसपा, निर्दलीय- 07 विधायक (सपा- 2, बसपा-1, निर्दलीय- 4)
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