राहुल गांधी के सद्दाम वाले बयान पर बीजेपी का पलटवार, कहा-आपातकाल में दिखी थी गद्दाफी-सद्दाम की झलक
नई दिल्ली। केंद्रीय मंत्री और वरिष्ठ बीजेपी नेता प्रकाश जावड़ेकर ने कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष के 'गद्दाफी, सद्दाम हुसैन' वाले बयान पर कड़ी प्रतिक्रिया दी है। केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने कहा कि राहुल गांधी की बातों पर टिप्पणी करना बेकार है, क्योंकि वे विचार ही नहीं करते। पता नहीं वे किस ग्रह पर रहते हैं। दरअसल कल एक कार्यक्रम में राहुल गांधी ने भारतीय लोकतंत्र की साख गिरने पर कहा था कि, इराक के तानाशाह सद्दाम हुसैन और लीबिया के मुअम्मर गद्दाफी भी चुनाव जीतते थे।

कांग्रेस नेता राहुल गांधी के बयान पर प्रकाश जावड़ेकर ने कहा, "राहुल गांधी की राय पर टिप्पणी करना बेकार है। पता नहीं, राहुल कौन से ग्रह पर रहते हैं? भारत के लोकतंत्र की तुलना गद्दाफी और सद्दाम हुसैन से करना 80 करोड़ मतदाताओं का अपमान है। 1975 से 77 तक जब देश में आपातकाल लगा था, सिर्फ उन्हीं दो वर्षों में हमने गद्दाफी और सद्दाम हुसैन जैसा (शासन) देखा था।
कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने मंगलवार को एक इंटरव्यू में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का नाम लिए बिना उनकी तुलना गद्दाफी और सद्दाम हुसैन से कर दी। इतना ही नहीं, उन्होंने भारत के लोकतंत्र की तुलना भी लीबिया और इराक से कर दी। राहुल ने कुछ विदेशी संस्थाओं के सुर में सुर मिलाते हुए कहा कि भारत में लोकतंत्र नाम की चीज नहीं बची है क्योंकि सभी लोकतांत्रिक संस्थानों के अधिकार छीन लिए गए हैं। राहुल ने कहा कि जहां तक बात चुनाव करवाने की है तो गद्दाफी और सद्दाम हुसैन भी चुनाव करवाया करते थे और जीतते थे। उन्होंने इशारों-इशारों में सवाल किया कि तो क्या लीबिया और इराक में लोकतंत्र था? उन्होंने कहा कि चुनाव के मतलब सिर्फ वोट डालना नहीं है बल्कि संवैधानिक और लोकतांत्रिक संस्थाओं की संप्रभुता सुनिश्चित करना भी है।
राहुल ने कहा कि आज बीजेपी सांसद उनसे (राहुल से) कहने लगे हैं कि उन्हें (बीजेपी सांसदों को) संसद में अपनी इच्छा से सवाल तक पूछने नहीं दिया जाता है। इस पर केंद्रीय मंत्री प्रहलाद सिंह पटेल ने कहा कि उन्हें लगता है कि राहुल गांधी को भी पार्टी इजाजत नहीं दे रही। वे कुछ भी बोलते रहते हैं। उनकी बात पर जवाब देना बंद कर देना चाहिए।
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