Gujarat election 2017: गुजरात में कुछ इस तरह आगाज से अंजाम तक पहुंचेगी BJP
नई दिल्ली। गुजरात चुनाव में बीजेपी का कांग्रेस पर हल्ला बोल असल मायने में 27 नवंबर से शुरू होने वाला है। इसके लिए बड़े पैमाने पर तैयारी की गई है और कई चरणों में चुनाव प्रचार के लिए नेताओं के दौरे बनाए गए हैं। 27 नवंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुजरात पहुंचेंगे और इसके साथ ही बीजेपी ताल ठोक के मैदान में उतर जाएगी। ये कहा जा सकता है कि इसके साथ ही केंद्र सरकार के ज्यादातर मंत्री, मुख्यमंत्री और संगठन के तमाम पदाधिकारी गुजरात में डेरा डालेंगे और पूरे गुजरात में बीजेपी के प्रचार को आगाज से अंजाम तक पहुंचाएंगे। अभी तो जानकारी सामने आई है उसके मुताबिक सात मुख्यमंत्री गुजरात के दौरे पर पहुंचेंगे। इनमें यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ, मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़नवीस, राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे और छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री डॉ.रमन सिंह, गोवा के मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर शामिल हैं और गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपानी तो पहले से ही चुनाव अभियान में जुटे हुए हैं।
स्टार प्रचारकों की लंबी लिस्ट तैयार
बीजेपी शासित मुख्यमंत्रियों के साथ ही केंद्रीय मंत्रियों की फौज गुजरात दौरे पर पहुंचने वाली हैं। इनकी लंबी लिस्ट है लेकिन इनमें जो प्रमुख हैं उनमें राजनाथ सिंह, अरुण जेटली, सुषमा स्वराज, नितिन गडकरी,उमा भारती, बिहार के डिप्टी सीएम सुशील मोदी शामिल हैं। यही नहीं फिल्मी स्टार प्रचारकों पर भी खास जोर है। हेमामालिनी, परेश रावल, मनोज तिवारी और स्मृति ईरानी भी गुजरात में मतदाताओं को लुभाने के लिए जुटेंगे।
प्रधानमंत्री मोदी की ताबड़तोड़ रैलियां
प्रधानमंत्री मोदी भी 27 और 29 नवंबर को आठ रैलियों को संबोधित करेंगे और उनके पहुंचने के साथ ही न केवल केंद्रीय मंत्रियों का जमावड़ा वहां होने लगा बल्कि कार्यकर्ताओं में भी ठंड के मौसम में गर्माहट हो जाएगी। बीजेपी के पिछले चुनावों की रणनीति पर ध्यान दिया जाए तो पार्टी का प्लान हमेशा से चुनाव के ठीक पहले माहौल बदलने का रहा है और इसके पहले भीतरी तोड़फोड़, रणनीति और तैयारी पर जोर रहा है। गुजरात में भी बीजेपी के प्रचार का माहौल ठंडा बना हुआ था जबकि राहुल गांधी बार बार राज्य का दौरा कर कांग्रेस में उत्साह पैदा कर रहे थे। अब बीजेपी इस माहौल को पलटने के लिए आक्रामक अभियान के साथ उतरने वाली है और ये सब 14 दिसंबर तक चलेगा। एक तरह से न केवल बीजेपी शासित राज्यों के वरिष्ठ बीजेपी नेता बल्कि लगभग पूरा मंत्रिमंडल केवल गुजरात मिशन में व्यस्त रहेगा।
सोशल मीडिया होगा प्रमुख हथियार
कह सकते हैं कि बीजेपी शासित केंद्र और राज्य सरकार भी इन दिनों वहीं से चलेंगी। गुजरात में दूसरे राज्यों की तादाद भी काफी है और उन्हें अपने पक्ष में करने के लिए संबंधित राज्य के मुख्यमंत्री प्रचार करेंगे। यही नहीं जातिगत समीकरणों का भी पूरा ख्याल रखा जा रहा है और पाटीदार बाहुल्य इलाकों भी पूरा फोकस है। यहां पार्टी के सारे पाटीदार नेता धुआंधार प्रचार में पहले से ही जुटे हुए हैं और ये अभियान अब और तेज कर दिया जाएगा। पार्टी के रणनीतिकार बताते हैं कि ये अभियान कुछ ऐसा ही होगा जिससे पूरा राज्य बीजेपीमय हो जाएगा, इसी दौरान सोशल मीडिया पर भी तमाम वीडियो और फिल्में अपलोड होंगी। एक तरह से कांग्रेस पर चौतरफा हमले की तैयारी है ताकि विरोधियों को अप से डाउन किया जा सके।