लोकसभा चुनाव 2019: महाराष्ट्र-तमिलनाडु के बाद बीजेपी की केरल-आंध्र प्रदेश में गठबंधन पर नजर
नई दिल्ली: भारतीय जनता पार्टी ने लोकसभा चुनाव 2019 में दोबारा सत्ता वापसी के लिए कमर कस ली है। इसलिए वो जल्द से जल्द चुनाव पूर्व गठबंधन कर रही है ताकि विपक्ष की तरफ से बन रहे महागठबंधन को कड़ी टक्कर दी जा सके। भाजपा रणनीति के तहत चुनाव पूर्व गठबंधन को अंतिम रूप दे रही है क्योंकि भाजपा के आंतरिक आकलन के मुताबिक हिंदी बेल्ट में उसे 2019 में विपक्ष से कड़ी टक्कर का सामना करना पड़ सकता है। साल 2014 में भाजपा ने यहां शानदार प्रदर्शन करते हुए लगभग क्लीन स्वीप किया था। यहां होने वाले नुकसान की भरपाई के लिए पार्टी पश्चिम में अपना आधार बनाना चाहती है। बीजेपी के सीनियर नेता ने हिंदुस्तान टाइम्स को नाम का खुलासा ना करने की शर्त पर बताया कि पार्टी अब उन राज्यों में नए सहयोगियों के साथ चुनाव पूर्व गठबंधन करने जा रही है जहां पर हमारा खास जनाधार नहीं है।
केरल-आंध्र में गठबंधन पर बीजेपी की नजर
बीजेपी ने बिहार, महाराष्ट्र और तमिलनाडु में गठबंधन को अंतिम रूप दे दिया है। वहीं उसका फोकस उत्तरपूर्व (नार्थईस्ट) में सहयोगी दलों के साथ मतभेद दूर के साथ ही दक्षिण के राज्यों केरल और आंध्र प्रदेश में चुनाव पूर्व संभावित गठबंधन है। बीजेपी नेता ने कहा कि उत्तर प्रदेश और बिहार में एकजुट विपक्ष(महागठबंधन) से कड़ा मुकाबला होने जा रहा है। हमें गठबंधन बनाने की जरूरत है। हमने जनता दल (यूनाइटेड) जैसे सहयोगी के लिए जगह छोड़ी, शिवसेना के साथ मतभेद दूर किए और तमिलनाडु में अपनी महत्वाकांक्षा को बनाए रखने के साथ ही गठबंधन की जरूरत है ताकि हमें सत्ता में वापसी करने में मदद मिल सके।
बिहार, महाराष्ट्र और तमिलनाडु में गठबंधन
बीजेपी ने दिसंबर 2018 में सबसे पहले जनता दल यूनाइटेड के साथ गठबंधन किया था। इस हफ्ते बीजेपी ने महाराष्ट्र में शिवसेना और तमिलनाडु में अन्ना द्रमुक (AIADMK)के साथ लोकसभा चुनाव के लिए गठबंधन किया है। बीजेपी की नजर अब अन्य राज्यों पर हैं। भाजपा नेता ने कहा कि पंजाब में शिरोमणि अकाली दल के साथ हमारा गठबंधन होना बचा है। पिछले चुनाव में लोकसभा की 13 सीटों में से अकाली दल ने 10 और भाजपा ने 3 पर चुनाव लड़ा था। वहीं दूसरे भाजपा नेता ने कहा कि इस बार भी यही फॉर्मूला होगा। झारखंड में पार्टी एक या दो सीट सहयोगियों के लिए छोड़ सकती है, जहां विपक्षी पार्टियों ने एक साथ हाथ मिलाया है।
केरल-आंध्र प्रदेश में इनके साथ हो सकता है गठबंधन
भाजपा की केरल इकाई भारतीय धर्म जन सेना के साथ गठबंधन के लिए बातचीत कर रही है। भारतीय धर्म जन सेना ओबीसी इझावा समुदाय के बीच का एक संगठन है। एक और बीजेपी नेता कहा कि वे लगभग आधा दर्जन सीटें सीट चाहते हैं और चर्चा चल रही है। बीजेपी यहां कुछ निर्दलीय उम्मीदवारों का समर्थन भी कर सकती है। केरल में 20 लोकसभा सीटें हैं और पिछले लोकसभा चुनाव में 18 सीटों में उम्मीदवार उतारने के बावजूद बीजेपी को एक भी सीट नहीं मिली थी। बीजेपी आंध्र प्रदेश में अभिनेता और नेता पवन कल्याण की पार्टी जन सेना को रिझाने की कोशिश कर रही है। लेकिन अभी भी इस पर कुछ डील नहीं हुई है। आंध्र प्रदेश में लोकसभा की 25सीटें हैं। पिछले चुनाव में बीजेपी ने टीडीपी के साथ गठबंधन किया था। लेकिन इस बार टीडीपी ने बीजेपी से नाता तोड़ लिया है और वो कांग्रेस के साथ गठबंधन कर सकती है। केरल में लेफ्ट और कांग्रेसे के साथ चुनाव लड़ने की अटकलें हैं। ऐसे में भाजपा इन दोनों राज्यों में गठबंधन बनाकर सत्ता में वापसी के लिए पुरजोर कोशिश कर रही है।