बिहार: कैशवैन बनी शराब का ATM, 3336 बोतलें बरामद, कीमत 25 लाख
गया। बिहार में शराबबंदी लागू है, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार हर हाल में इसे सफल बनाना चाहते हैं। राज्य की पुलिस भी कड़ाई के साथ सरकार के निर्देशों का पालन कर रही है, लेकिन शराब माफिया हर रोज कानून तोड़ने के लिए जुगाड़ लगा रहे हैं। गनीमत यह है कि ऐसे जुगाड़ ज्यादा दिन नहीं चल पा रहे हैं और वे पकड़े जा रहे हैं। ताजा मामला गया जिले के बाराचट्टी थानाक्षेत्र का है। यहां जीटी रोड पर चेकिंग के दौरान कैशवैन से 100 पेटी विदेशी शराब बरामद हुई। मामले में दो लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
विदेशी शराब की कुल 3336 बोतलें बरामद, कीमत 25 लाख रुपए
उत्पाद विभाग के प्रभारी आयुक्त किशोर कुमार साह ने जानकारी दी है कि कैशवैन से बरामद 100 पेटियों में से करीब 3336 शराब की बोतलें बरामद हुई हैं। शराब की इन बोतलों की कीमत 25 लाख रुपए बताई जा रही है। कैशवैन में रखकर शराब बोकारो से लाई गई थी और मुजफ्फरपुर ले जाई जा रही थी। शराब के साथ गाड़ी के ड्राइचर चालक अजय कुमार और गौतम कुमार को गिरफ्तार किया गया।
मुजफ्फरपुर के मुकेश राय के पास पहुंचानी थी शराब
पूछताछ में कैशवैन के ड्राइवर ने बताया कि 25 लाख की यह शराब मुजफ्फरपुर में मुकेश राय नाम के व्यक्ति के पास पहुंचाई जानी थी। अब यह मुकेश राय कौन है, क्या वह खुद शराब का अवैध धंधा करता है या वह किसी और बड़े आदमी के लिए काम करता था, यह सवाल अभी अनसुलझे हैं।
जून में पकड़ी गई थी 70 लाख की शराब, पेटियों से भर गया था पूरा थाना
बिहार में शराबबंदी के बाद से कई बड़े लोग मामले में फंस चुके हैं। कुछ दिनों पहले बीजेपी विधायक व्यासदेव प्रसाद के बेटे को शराब के साथ गिरफ्तार किया गया था। विधायक का बेटा विकास उर्फ गांधी खुद गाड़ी में मौजूद था और उत्तर प्रदेश से शराब लेकर बिहार आ रहा था। पुलिस ने सीवान के मैरवा से उसे 5 साथियों के साथ पकड़ा था। जून महीने में भी बिहार में शराब की बड़ी खेप पकड़ी गई थी। सारण पुलिस ने शराब की 865 पेटियां जब्त की थीं, जिनकी कीमत करीब 70 लाख रुपए बताई गई। शराब की इतनी पेटियों से पूरा थाना भर गया था, वहां बिल्कुल भी जगह नहीं बची थी।