मार्कंडेय काटजू ने MNS के बाद शिवसेना के संस्थापक बाल ठाकरे को बताया 'रास्कल', जानिए क्यों
अपनी टिप्पणियों को लेकर अक्सर चर्चा में बने रहने वाले सुप्रीम कोर्ट के पूर्व जस्टिस मार्कंडेय काटजू ने इस बार शिवसेना के संस्थापक बाल ठाकरे को निशाने पर लिया है।
नई दिल्ली। अपनी टिप्पणियों को लेकर अक्सर चर्चा में बने रहने वाले सुप्रीम कोर्ट के पूर्व जस्टिस मार्कंडेय काटजू ने इस बार शिवसेना के संस्थापक बाल ठाकरे को निशाने पर लिया है।
बीसीसीआई अधिकारियों को खंभे से बांधकर पिछवाड़े पर मारने चाहिए 100 कोड़े : मार्कंडेय काटजू
काटजू ने एक फेसबुक पोस्ट में लिखा कि बाल ठाकरे सबसे ज्यादा धूर्त नेता थे। उन्होंने लिखा कि बाल ठाकरे गुंडागर्दी करने के मामले में अव्वल थे। उन्होंने आगे लिखा कि बाल ठाकरे की मौत पर देश के राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, सोनिया गांधी समेत कई बड़ी हस्तियां श्रद्धांजलि देने पहुंची थीं।
स्कॉर्पियन पनडुब्बी मामला: वरुण गांधी के खिलाफ आरोपों का आर्म्स डीलर अभिषेक ने किया खंडन
जस्टिस काटजू ने पोस्ट में बाल ठाकरे को 'रास्कल' बताया और लिखा कि 19 नवंबर 2012 को एक अंग्रेजी अखबार में उन्होंने लिखा था कि वह बाल ठाकरे को श्रद्धांजलि क्यों नहीं दे सकते?
काटजू की मानें तो बाल ठाकरे की विरासत देश विरोधी थी। उन्होंने आगे लिखा कि भूमिपुत्र सिद्धांत के तहत गुजरातियों, दक्षिण भारतियों और उत्तर भारतीयों को बाहरी समझा जाता है। जबकि भारत एक राष्ट्र है और गैर मराठियों को महाराष्ट्र में बाहरी नहीं समझा जाना चाहिए।
Ind VS NZ: 6 साल के लंबे इंतज़ार के बाद इस बल्लेबाज ने तोड़ दिया 41 साल पुराना रिकॉर्ड
मार्कंडेय काटजू ने लिखा कि ठाकरे ने शिवसेना का निर्माण किया और 60, 70 के दशक में दक्षिण भारतीयों पर अटैक किए। उनके घर, रेस्तरां आदि तोड़ डाले। 2008 में उत्तर प्रदेश और बिहारियों को निशाना बनाया। बाल ठाकरे का वोट बैंक नफरत के आधार पर टिका है।
वीडियो: विधायक ने इंजीनियर को आॅफिस में आग लगाने की दी धमकी, चुपचाप देखती रही पुलिस
इससे पहले काटजू ने एमएनएस के नेताओं को गुंडा करार दिया था। उन्होंने चेतावनी देते हुए लिखा था कि मैं भी इलाहाबादी गुंडा हूं, जहां चाहों वहां मुकाबला हो जाए।
यहां पढ़ सकते हैं काटजू की फेसबुक पोस्ट -