Assam NRC: अंतिम सूची में नाम नहीं होने पर छिन सकता है मताधिकार
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नई दिल्ली। असम में राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर (एनआरसी) को लेकर अब एक नई समस्या खड़ी हो सकती है। बताया जा रहा है कि जिन लोगों का नाम एनआरसी की अंतिम सूची नहीं होगा, उनसे मताधिकार छिन सकता है। एनआरसी में दावे और आपत्तियां दाखिल करने की प्रक्रिया 15 दिसंबर को खत्म होगी। इसके कुछ दिनों बाद अंतिम सूची जारी की जाएगी। बता दें कि असम में हुए एनआरसी मसौदे में राज्य के 40 लाख लोगों के नाम नहीं थे।
एनआरसी में दोबारा मैका मिलने पर अभी तक करीब 10 लाख लोगों ने आवेदन किया है। इन लोगों ने भारत का नागरिक होने के संबंध में डॉक्युमेंट जमा किए हैं। एक वरिष्ठ अधिकारी ने रविवार को बताया कि एनआरसी में दावों और आपत्ति की अवधि कुछ दिनों में खत्म हो जाएगी। ऐसे में यदि भारतीय नागरिकता से संबंधित दस्तावेज पेश नहीं किए गए तो मताधिकार वापस लेना पहला संभावित कदम होगा। हालांकि अधिकारी ने कहा कि इस पर आखिरी फैसला सुप्रीम कोर्ट ही लेगा।
कोर्ट के दिशा-निर्देशों के बाद एनआरसी के संबंध में दावे और आपत्ति दर्ज कराने की प्रक्रिया 25 सितंबर को शुरू हुई थी और यह 15 दिसंबर को खत्म होगी। असम में इस व्यापक अभियान की निगरानी कोर्ट भी कर रहा है। अधिकारी ने लोगों को अपनी नागरिकता साबित करने के लिए पर्याप्त अवसर दिए गए हैं। इसके बाद भी अगर कुछ लोग अपना नाम एनआरसी में शामिल नहीं करना चाहते तो इसका मतलब है कि उनके पास जरूरी कागजात नहीं हैं।
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