गुरुकुल में पढ़ने वाले दो बच्चों की मौत मामले में आसाराम और उसके बेटे नारायण साईं को मिली क्लीन चिट
नई दिल्ली। चर्चित दीपेश और अभिषेक की संदिग्ध मौत के मामले में आरोपी आसाराम बापू व उसके पुत्र नारायण साईं को बड़ी राहत मिली है। आसाराम और नारायण साईं को जस्टिस डीके त्रिवेदी आयोग ने क्लीन चिट दे दी है। हालांकि, रिपोर्ट में घटना के लिए आसाराम प्रबंधन को जमकर लताड़ भी लगाई गई है। आपको बता दें कि साल 2008 में अहमदाबाद में आसाराम के गुरुकुल में दो बच्चों की मौत हो गई थी ये बच्चे इसी गुरुकुल में पढ़ते थे। 3 जुलाई 2008 को दोनों आश्रम से लापता हो गए थे। इसके दो दिन बाद तथा 5 जुलाई को उनके क्षत-विक्षत शव साबरमती नदी के पट में पड़े मिले थे।
बच्चों के पिता शांति वाघेला व प्रफुल्ल वाघेला ने आसाराम व नारायण सांई पर आश्रम में तांत्रिक विधि करने का आरोप लगाते हुए बच्चों की हत्या का आरोप लगाया था। सीआइडी क्राइम को इस मामले की जांच सौंपी गई थी। वाघेला बंधुओं ने इस मामले की जांच सीबीआइ से कराने की मांग की, लेकिन गुजरात सरकार ने उनकी मांग ठुकरा दी थी। रिपोर्ट में कहा गया है, "इस बात के कोई सबूत नहीं मिले कि आसाराम और नारायण साईं आश्रम में तांत्रिक विधि किया करते थे।"
इसमें कहा गया है, "गुरुकुल प्रबंधन के साथ-साथ आश्रम के प्राधिकारी भी गुरुकुल हॉस्टल में रह रहे बच्चों के संरक्षक हैं और बच्चों की देखभाल उनका कर्तव्य है। रिपोर्ट में कहा गया है कि "सबूतों में हेरफेर की वजह से आयोग को लगता है कि यह सबकुछ गुरुकुल प्रबंधन की लापरवाही से हुआ।" उल्लेखनीय है कि आसाराम फिलहाल यौन उत्पीड़न के एक मामले में आजीवन कारावास की सजा काट रहा है। वहीं नारायण साईं को बलात्कार के एक मामले में दोषी ठहराया गया था और वह भी आजीवन कारावास की सजा काट रहा है।