दिल्ली चुनाव के बाद शाहीन बाग को जलियावाला बाग बनाया जा सकता है: असदुद्दीन ओवैसी
नई दिल्ली। एआईएमआईएम के मुखिया असदुद्दीन ओवैसी ने शाहीन बाग प्रदर्शन को लेकर बड़ा बयान दिया है। ओवैसी ने इस बात की आशंका जाहिर की है कि सरकार दिल्ली चुनाव खत्म होने के बाद नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ शाहीन बाग में चल रहे प्रदर्शन को खत्म करने के लिए पुलिस का इस्तेमाल कर सकती है। ओवैसी ने कहा कि संभव है कि ये लोग इन लोगों को गोली मार दें, ये लोग शाहीन बाग को जलियावाल बाग में बदल दें। ऐसा हो सकता है। भाजपा के मंत्री ने गोली मारने का बयान दिया था। सरकार को इस बात का जरूर जवाब देना चाहिए कि और कट्टरपंथ फैला रहा है।
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हिटलर ने भी ऐसा किया था
ओवैसी ने कहा सरकार को इस बात का साफ जवाब देना चाहिए कि 2024 तक एनआरसी को लागू नहीं किया जाएगा। आखिर ये लोग क्यों 3900 करोड़ रुपए एनपीआर पर खर्च कर रहे हैं। मैं ऐसा इसलिए महसूस करता हूं क्योकि मैं इतिहास का छात्र हूं। हिटलर के कार्यकाल में भी दो बार जनगणना हुई थी और उसके बाद उसने यहूदियों को गैस चैंबर में डाल दिया। मैं नहीं चाहता हूं कि मेरा देश इस दिशा में जाए। ओवैसी से पूछा गया था कि सरकार की तरफ से इस तरह के संकेत मिल रहे हैं कि 8 फरवरी के बाद शाहीन बाग को साफ कर दिया जाएगा। जिसपर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए ओवैसी ने यह आशंका जाहिर की है।
जामिया के छात्रों के साथ
बता दें कि इससे पहले जामिया फायरिंग की घटना पर ओवैसी ने कहा था कि जामिया के तमाम छात्रों के साथ हैं। उन्होंने कहा, 'ये सरकार बच्चों पर जुल्म कर रही है। ये जानते हुए भी कि एक बच्चे की आंख चली गई, बेटियों को मार रहे हैं। शर्म नहीं है इनको, बच्चों को गोली मार रहे हैं।' बता दें कि जामिया मिल्लिया इस्लामिया यूनिवर्सिटी के छात्रों द्वारा सीएए के खिलाफ निकाले गए मार्च के दौरान गोली चलाने का पहला मामला सामने आया था, इस फायरिंग में एक छात्र के हाथ में गोली लगी थी।
अनुराग ठाकुर के बयान पर विवाद
दूसरी तरफ, अनुराग ठाकुर द्वारा की गई विवादित नारेबाजी 'देश के गद्दारों को, गोली मारो...' का मामला भी थमता नहीं दिखाई दे रहा है। इसके बाद अनुराग ठाकुर ने नारेबाजी के वीडियो पर सफाई देते हुए कहा था कि आप खुद पूरा वीडियो देखिए और आपको दिल्ली के लोगों का क्या मूड है इसका अंदाजा लग जाता है।' बता दें कि एक सप्ताह के भीतर दिल्ली में तीन फायरिंग की घटनाएं सामने आ चुकी हैं। दो घटनाएं जामिया इलाके में हुई हैं जबकि एक घटना शाहीन बाग इलाके में हुई है, जिसको लेकर सियासत गरमाई हुई है।
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