एंटीलिया केस: कोर्ट ने 25 मार्च तक सचिन वाजे को NIA कस्टडी में भेजा
मुंबई: देश के सबसे बड़े उद्योगपति मुकेश अंबानी के मुंबई स्थित घर एंटीलिया के बाहर पिछले महीने एक स्कॉर्पियो बरामद हुई थी। बाद में तलाशी के दौरान उसमें विस्फोटक मिला। इसके बाद से इस केस में रोजाना नए ट्विस्ट आ रहे। शनिवार देर रात NIA ने महाराष्ट्र पुलिस के अधिकारी सचिन वाजे को गिरफ्तार किया था। जिनसे 12 घंटे तक पूछताछ हुई। रविवार को एनआईए ने उनको कोर्ट में पेश किया, जिस पर उन्हें 25 मार्च तक एनआईए कस्टडी में भेजा गया है।
दरअसल प्रांरभिक जांच में पता चला कि स्कॉर्पियो मनसुख हिरेन की थी, लेकिन इसके एक हफ्ते बाद ठाणे में उनका शव बरामद हुआ। बाद में पता चला कि स्कॉर्पियो हिरेन की नहीं थी, बल्कि उसका मालिक सैम पीटर न्यूटन है। सैम ने 2007 में ठाणे में उस कार का रजिस्ट्रेशन करवाया था। हिरेन कार डेकोरेट का काम करता था। उसने न्यूटन की स्कॉर्पियो का काम किया और 2.80 लाख बिल बना। बाद में पैसे नहीं भुगतान कर पाने की वजह से न्यूटन ने अपनी गाड़ी हिरेन को दे दी।
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कैसे
आया
वाजे
का
नाम?
हिरेन
की
मौत
के
बाद
जांच
टीम
ने
उनकी
पत्नी
विमला
से
पूछताछ
की।
इस
दौरान
उन्होंने
बताया
कि
हिरेन
ने
सहायक
पुलिस
इंस्पेक्टर
सचिन
वाजे
को
वाहन
सौंपा
था,
जिन्होंने
नवंबर
2020
से
5
फरवरी
यानी
चार
महीने
तक
उसे
इस्तेमाल
किया।
इसके
बाद
वो
गाड़ी
12
दिन
हिरेन
के
पास
रही।
17
फरवरी
को
विक्रोली
जाते
वक्त
उन्होंने
ईस्टर्न
एक्सप्रेस
वे
के
किनारे
स्कॉर्पियो
को
छोड़
दिया
और
कैब
बुलाकर
आगे
की
यात्रा
की।
विमला
ने
अपने
पति
के
मौत
के
पीछे
वाजे
का
हाथ
होने
की
बात
कही
थी।