भारी बारिश के चलते अमरनाथ यात्रा पर लगी रोक, पवित्र गुफा की तरफ नहीं जा सकेंगे कोई श्रद्धालु
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम इलाके में भारी बारिश हो रही है। इसके चलते अमरनाथ यात्रा पर रोक लगा दी गई है। यात्रा पर रोक गुरुवार 14 जुलाई से लगी है।
श्रीनगर, 14 जुलाई : जम्मू-कश्मीर के पहलगाम इलाके में भारी बारिश हो रही है। इसके चलते अमरनाथ यात्रा पर रोक लगा दी गई है। यात्रा पर रोक गुरुवार 14 जुलाई से लगी है। किसी भी श्रद्धालु को पवित्र गुफा की तरफ जाने की अनुमति नहीं है। बालटाल और पहलगाम दोनों तरफ से श्रद्धालुओं को आने से रोक दिया गया है।
बादल फटने के बाद भी लगी थी रोक
इससे पहले 5 जुलाई को भारी बारिश और 8 जुलाई को बादल फटने के बाद यात्रा रोक दी गई थी। इस बीच 1.44 लाख से अधिक यात्रियों ने अमरनाथ यात्रा की है। गुरुवार को 5,449 तीर्थयात्रियों का एक और जत्था जम्मू से घाटी के लिए रवाना हुआ।
144457 तीर्थयात्रियों ने यात्रा की
श्री अमरनाथजी श्राइन बोर्ड (एसएएसबी) के अधिकारियों ने कहा कि अब तक 1,44,457 तीर्थयात्रियों ने यात्रा की है, जबकि इनमें से 16,457 ने बुधवार को दर्शन किए। 5,449 तीर्थयात्रियों का एक और जत्था जम्मू के भगवती नगर आधार शिविर से यात्रा के लिए रवाना हुआ है। इनमें से 3783 पहलगाम आधार शिविर जा रहे हैं जबकि 1666 बालटाल आधार शिविर जा रहे हैं।
इतनी दूरी तय करनी पड़ती है
बालटाल
मार्ग
का
उपयोग
करने
वालों
को
पवित्र
गुफा
तक
पहुंचने
के
लिए
14
किलोमीटर
की
दूरी
तय
करनी
पड़ती
है,
जबकि
लंबे
पारंपरिक
पहलगाम
मार्ग
का
उपयोग
करने
वालों
को
गुफा
मंदिर
तक
पहुंचने
के
लिए
चार
दिनों
के
लिए
48
किलोमीटर
की
दूरी
तय
करनी
पड़ती
है।
यात्रियों
के
लिए
दोनों
मार्गों
पर
हेलीकॉप्टर
सेवाएं
उपलब्ध
हैं।
हादसे में 16 की मौत
दक्षिणी कश्मीर में शुक्रवार को पवित्र अमरनाथ गुफा के पास बादल फटने की घटना में अब तक 16 श्रद्धालुओं की मौत हो गई है जबकि 65 लोग अस्पताल में भर्ती हैं। करीब 41 लोग लापता बताए जा रहे हैं। जम्मू-कश्मीर पुलिस, एनडीआरएफ, भारत तिब्बत सीमा पुलिस और सेना के जवान लापता लोगों की तलाश और बचाव कार्य में जुटे हैं।
सोमवार को शुरू हुई थी यात्रा
पवित्र अमरनाथ यात्रा सोमवार से फिर प्रारंभ हो गई है, सुबह से रात 8 बजे तक देश-दुनिया के तीर्थयात्री बाबा बर्फानी के दर्शन कर वापस भी लौटने लगे हैं। अमरनाथ गुफा के पास बादल फटने से पानी और पहाडी मिट्टी का सैलाब सा आ गया था।
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