गुजरात: पीएचडी एग्जाम में पूछे गए सभी प्रश्नों का था एक ही जवाब, ऑप्शन A
अहमदाबाद। शायद ही आपने कभी सुना होगा कि किसी परीक्षा के सभी प्रश्नों का जवाब एक ही ऑप्शन हो। हाल ही गुजरात में आयोजित की गई पीएचडी और एमफिल के लिए ली गई परीक्षा में पूछे गए सभी सवालों का उत्तर एक जैसा ही था। सुनकर शायद आपका सिर भी चकरा गया होगा। लेकिन यह सच है। अहमदाबाद में आयोजित की गई गुजराती भाषा में एमफिल की परीक्षा में सभी 50 सवालों में ऑप्शन 'ए' तो वहीं पीएचडी की परीक्षा में सभी सवालों के लिए ऑप्शन 'सी' सही जवाब थे। इसका खुलासा सोमावार की जारी की गई आंसर की से हुआ।
पहली नजर में देखकर लगता है कि सभी प्रश्नों के आंसर के ऑप्शन एक जैसे रखना किसी की शरारत हो सकती है। लेकिन गुजराती भाषा के हेड ऑफ डिपार्टमेंट कृतिदा शाह ने कहा, 'हमने जानबूझकर एक जैसा पैटर्न रखने का फैसला किया था। केवल बेहतरीन छात्र ही इसे समझ पाए होंगे। कई बार बच्चे इस तरह अंदाजा तब लगाते हैं, जब उन्हें सही जवाब पता नहीं होते। हमारे लिए समझना आसान होगा कि किसने अंदाजा लगाया है और किसने सोच-समझकर जवाब दिया है।' उन्होंने बताया कि पीएचडी की परीक्षा में 77 तो वहीं एमफिल की परीक्षा में 37 स्टूडेंट्स शामिल हुए।
इस मामले पर वाइस चांसलर हिमांशु वोरा ने कहा, 'मुझे इसमें कुछ भी अजीब नहीं लगता और मैं नहीं मानता कि गुजराती विभाग को किसी भी तरह का स्पष्टीकरण देने की जरूरत है।' रविवार को आए परिणामों में परीक्षा में शामिल हुए स्टूडेंट्स में से केवल 10 प्रतिशत उत्तीर्ण हुए हैं। 190 एमफिल सीटों के लिए कुल 739 छात्रों ने परीक्षा दी थी। इनमें से केवल 46 ही पास हुए।
उन्होंने कहा कि, हम यूजीसी मानदंडों के खिलाफ पासआउट प्रतिशत बढ़ाने के लिए ग्रेस मार्क नहीं दे सकते हैं। उन्होंने कहा कि नौ छात्र हैं जिन्हें परीक्षा के लिए दी गई है। इसलिए 55 छात्रों ने 190 सीटों के लिए क्वालीफाई किया है।
पीचएडी की 600 सीटों के लिए 1881 छात्रों ने परीक्षा दी थी। इनमें से 203 योग्य छात्र सफल रहे। एमफिल और पीएचडी दोनों की ही प्रवेश परीक्षाओं में सफलता पाने के लिए एक छात्र को कम से कम 50 फीसदी अंक लाने जरूरी हैं। कुल 442 छात्र एमफिल परीक्षा उत्तीर्ण कर चुके थे, इसलिए इन्हें प्रवेश परीक्षा देने से छूट दी गई थी। इसलिए 600 सीटों के लिए 645 छात्र योग्य रहे। इन छात्रों को समूह चर्चा और वैयक्तिक साक्षात्कार के लिए बुलाया गया है।