Gujarat Assembly Elections 2017: हार्दिक के सेक्स टेप के बाद टिकटों के बंटवारे में कांग्रेस के साथ फंसा पेंच
नई दिल्ली। गुजरात चुनाव में कांग्रेस एक तरफ जहां अपनी पूरी ताकत झोंकने में लगी है और इसके लिए वह यहां पाटीदार आंदोलन से जुड़े नेताओं को अपने पक्ष में लेने की कोशिश कर रही है। वहीं दूसरी तरफ हार्दिक पटेल की पार्टी पाटीदार आंदोलन समिति व कांग्रेस के बीच टिकटों को लेकर अभी भी खींचतान जरूरी है। हार्दिक पटेल अपने करीबियों के लिए नौ टिकट की मांग कर रहे हैं जबकि कांग्रेस उन्हें सिर्फ चार सीट देने के लिए तैयार है।
टिकटों के बंटवारे पर फंसा पेंच
पास पार्टी के प्रतिनिधि कांग्रेस के नेताओं से शुक्रवार को मुलाकात करने के लिए गए, इस मुलाकात का अहम मुद्दा टिकटों को लेकर था। लेकिन शुक्रवार देर शाम तक इसपर कोई आम सहमति नहीं बन पाई, जिसके बाद पास नेताओं ने कांग्रेस को चौबीस घंटों का अल्टीमेटम दिया है कि वह टिकटों पर फैसला जल्द ले नहीं तो प्रदेशभर में कांग्रेस के खिलाफ प्रदर्शन होगा। टिकटों के विवाद पर पास पार्टी के सूत्र का कहना है कि हमने अपनी मांगों को आगे रख दिया है, हम नौ टिकट चाहते हैं, खासकर कि पाटीदार बाहुल्य क्षेत्रों जोकि मुख्य रूप से अहमदाबाद, पूर्वी गुजरात और सौराष्ट्र में हैं का टिकट चाहते हैं। लेकिन कांग्रेस हमे चार से अधिक टिकट देने के लिए तैयार नहीं है। आपको बता दें कि कांग्रेस ने इससे पहले कहा था कि वह अन्य पार्टियों को पर्याप्त प्रतिनिधित्व देगी।
सेक्स टेप के बाद बदली स्थिति
पास के नेता ने बताया कि जिस तरह से हार्दिक पटेल का सेक्स टेप सामने आया है उसके बाद कांग्रेस पास को चार से अधिक टिकट देने के मूड में नहीं है। लेकिन इसका असर देखने को मिलेगा, जिन समर्थक और नेताओं ने हार्दिक का तब भी समर्थन किया था जब वह जेल में थे, वह कांग्रेस के खिलाफ जा सकते हैं। गुजरात कांग्रेस के मुखिया भारत सिंह सोलंकी ने कहा कि लगातार बैठकों के बीच हम पास के नेताओं से दिल्ली में मुलाकात नहीं कर पाए हैं। हमने पास के नेताओं से टिकट बंटवारे पर अभी तक कोई बात नहीं की है।
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