मंत्रियों के नामों पर मंथन जारी, सहयोगियों से बातचीत के बाद फिर मोदी से मिलने पहुंचे शाह
नई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष अमित शाह बुधवार दोपहर को एक बार फिर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलने पहुंचे हैं। सरकार के गठन और मंत्रालयों के बंटवारे को लेकर दोनों नेताओं के बीच लगातार बैठकों का दौर जारी है। मंगलवार को भी शाह और मोदी में लंबी बैठक हुई थी। बुधवार को शाह नीतीश कुमार और कुछ दूसरे सहयोगियों से मुलाकात के बाद एक बार पीएम आवास पहुंचे। गुरुवार शाम को नई सरकार का शपथ ग्रहण होना है।
नरेंद्र मोदी और अमित शाह के बीच मंगलवार शाम को 5 घंटे बैठक हुई थी। कौन-कौन चेहरे मंत्रिमंडल में शामिल होंगे, इसको लेकर लगातार चर्चाओं का दौर भी जारी है। माना जा रहा है कि भाजपा के नए-पुराने चेहरों में सामंजस्य के साथ-साथ एनडीए के दलों को मंत्रालयों के बंटवारे को लेकर मोदी और शाह के बीच ये लंबे मंथन हो रहे हैं।
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बताया जा रहा है कि 30 मई को प्रधानमंत्री मोदी के साथ 65 मंत्री शपथ ले सकते हैं, जिसमें काफी नए चेहरे हो सकते हैं। वित्तमंत्री अरुण जेटली ने पत्र लिखकर मंत्री ना बनने की बात कही है। विदेश मंत्री सुषमा स्वराज इस दफा चुनाव नहीं लड़ी हैं। वहीं गृहमंत्री राजनाथ सिंह का नाम लोकसभा स्पीकर के लिए चल रहा है। ऐसे में इन चेहरों की जगह कौन लेगा ये देखना भी दिलचस्प होगा। भाजपा अध्यक्ष अमित शाह के भी सरकार में शामिल होने की चर्चा है। ऐसे में शाह के मंत्रालय को लेकर भी लोगों की जिज्ञासा है। नितिन गडकरी, निर्मला सीतारमण, रवि शंकर प्रसाद, पीयूष गोयल, नरेंद्र सिंह तोमर और प्रकाश जावडेकर जैसे नामों पर भी निगाहें हैं। सहयोगी दलों की बात की जाए तो रामविलास पासवान, हरसिमरत कौर, अनुप्रिया पटेल जैसे नेता फिर से मंत्री बनाए जा सकते हैं। शिवसेना और जेडीयू के दो-दो मंत्री बनाए जा सकते हैं।
भारतीय जनता पार्टी ने 17वीं लोकसभा के लिए हुए आम चुनाव में भारी जीत हासिल की है। भाजपा ने अकेले ही 303 सीटें जीती थीं, जो बहुमत के 272 के आंकड़े से 31 ज्यादा है। वहीं एनडीए को 352 सीटों पर जीत मिली है। जबकि कांग्रेस महज 52 सीटों पर सिमट गई। डीएमके को 23 तो वायएसआर कांग्रेस और टीएमसी को 22-22 सीटों पर जीत हासिल हुई है।
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