'हम चुप नहीं बैठ सकते, चाहे कितना भी परेशान कर लें', घर पर बुलडोजर चलने के बाद बोलीं फातिमा आफरीन
प्रयागराज में जुमे की नमाज के बाद हुई हिंसा के मास्टरमाइंड जावेद अहमद के घर पर बुलडोजर चलने के बाद उसकी बेटी आफरीन फातिमा ने कहा कि उन्हें और उनके समुदाय को 'धमकी' से चुप नहीं कराया जा सकता।
नई दिल्ली, 17 जून : प्रयागराज में जुमे की नमाज के बाद हुई हिंसा के मास्टरमाइंड जावेद अहमद के घर पर बुलडोजर चलने के बाद उसकी बेटी आफरीन फातिमा ने कहा कि उन्हें और उनके समुदाय को 'धमकी' से चुप नहीं कराया जा सकता। जावेद और फातिमा वेलफेयर पार्टी ऑफ इंडिया के सदस्य हैं। वे वेलफेयर पार्टी की छात्र शाखा, फ्रेटरनिटी मूवमेंट की राष्ट्रीय सचिव हैं। जावेद अहमद को 10 जून को हुई हिंसा के साजिशकर्ता के रूप में गिरफ्तार किया गया है।
फ्रेटरनिटी मूवमेंट द्वारा आयोजित एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में उन्होंने कहा कि मैं उन सभी मुस्लिम परिवारों के साथ पूरी एकजुटता के साथ खड़ी हूं, जिनके घर तोड़े गए हैं। जो कुछ भी मेरे पिता जनाब जावेद मोहम्मद साहब और मेरे परिवार के साथ हुआ है। हमारे घर के लिए, हर कोई जानता है। उन्होंने कहा कि आप हमें कितना भी डराने और धमकाने की कोशिश करें, या हमें जेल में डालकर परेशान करें, हम चुप नहीं रहेंगे और न ही हम इस देश को छोड़ने वाले हैं।
जानें कौन हैं आफरीन फातिमा
बता दें कि 10 जून को प्रयागराज में जुमे की नमाज के बाद हुईं हिंसा के मास्टरमाइंड जावेद अहमद के खिलाफ एक्शन के बाद से आफरीन फातिमा का नाम सुर्खियों में है। फातिमा भी यूपी पुलिस की रडार पर हैं, अगर हिंसा उनकी संलिप्तता पाई जाती है तो पुलिस उन्हें भी हिरासत में ले सकती है। आफरीन फातिमा जावेद अहमद की बड़ी बेटी हैं। वह दिल्ली में रहकर जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) में पढ़ाई कर रही हैं। इसके साथ ही जेएनयू में स्टूडेंट यूनियन की काउंसलर भी हैं।
सीएए प्रदर्शन में भी लिया था हिस्सा
बताया जा रहा है कि आफरीन ने सीएए के खिलाफ हुए प्रदर्शन में बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया था। यही नहीं, शाहीनबाग में आंदोलन के दौरान भी आफरीन जेएनयू से लेकर इलाहाबाद तक सक्रिय रही थीं। इसके अलावा हिजाब बैन के दौरान भी आफरीन ने अपनी आवाज बुलंद की थीं। आफरीन हिजाब बैन के दौरान साउथ इंडिया में कई शहरों का दौरा कर प्रदर्शन में शामिल हुई थीं।