94 साल की उम्र में गंगूबाई बनी सरपंच, बोली पीएम मोदी मेरे लड़के जैसे
पुणे। 94 साल की गंगूबाई का जोश ऐसा है कि उनके जोश के आगे युवा भी फेल हो जाएं। कुछ समय पहले गंगूबाई पुणे के एक गांव से सरपंच चुनी गई हैं। इस उम्र में भी गंगूबाई अपने क्षेत्र के लोगों के लिए काम करना चाहती हैं।
गंगूबाई पर उम्र नहीं हो पाई हावी
गंगूबाई के मुताबिक वो अभी अपने गांव भमबुरवाड़ी में रहने वाले 2000 लोगों के लिए कुछ काम करना चाहती हैं।
इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक गंगूबाई की सबसे पहले प्राथमिकता है कि वो अपने क्षेत्र में एक पानी की पाइपलाइन बनवाएं जिससे पास में स्थित नहर से पानी उनके गांव तक पहुंच सके। इसे अलावा गांव में ड्रेनेज सिस्टम, अच्छी सड़क और पर्याप्त संख्या में शौचालय बनवाना उनका मुख्य लक्ष्य है।
लुटेरे से भिड़ी छह साल की भारतीय लड़की, वीडियो हुआ वायरल
गंगूबाई को जोश ही उनका असली आत्मविश्वास है जो उनकी उम्र पर हावी नहीं हो पाता है। गंगूबाई कहती हैं कि वो इस उम्र में भी युवाओं की तरह टहल सकती हैं और एक शिक्षक की तरह बात कर सकती हैं। गंगूबाई ने कहा कि न तो बारिश और न ही सूरज कोई भी मुझ पर प्रभाव नहीं डाल सकता है।
किसी ने नहीं किया उम्मीदवारी का विरोध
उन्होंने कहा कि अब समय आ गया है कि कुछ काम किया जाए। मैं अपने लोगों के लिए कुछ करना चाहती हूं और अगर मैं कुछ नहीं कर पाई तो सरपंच बनने कोई फायदा नहीं।
एशियन एज के मुताबिक गंगूबाई की उम्मीदवारी को गांव में किसी ने भी विरोध नहीं किया और वो ग्राम पंचायत भमबुरवाड़ी से सरपंच चुनी गईं।
महात्मा गांधी को मारने वाले गोडसे ने कभी नहीं छोड़ा था आरएसएस
पिछले साल उन्होंने ग्राम पंचायत का सदस्य बनने के लिए हुए चुनाव में एक 31 वर्षीय महिला को हराया था। तब जाकर वो ग्राम पंचायत की सदस्य चुनी गई थीं। बाद में उन्हें ग्राम पंचायत के सदस्यों ने गंगूबाई को सरपंच नियुक्त कर दिया।
पीएम मोदी को मानती अपने पुत्र जैसा
गंगूबाई के पति की मौत दस साल पहले हो चुकी है। उनके चार लड़के औार एक लड़की है। गंगूबाई इस उम्र में भी सारे निर्णय खुद लेती हैं। चाहे उस बात पर उनके बच्चे उनसे सहमत हों या नहीं। उन्होंने अपनी सेहत का राज बताया कि कम खाओ और लंबी जियो। यही मेरी जिंदगी का रहस्य है।
सुप्रीम कोर्ट को भी लगता है बंद होनी चाहिए अलगाववादी नेताओं की फंडिंग
गंगूबाई पढ़ तो सकती है, पर लिख नहीं सकती हैं। अब वो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखने की योजना बना रही है जिसमे वो प्रधानमंत्री मोदी से अपनी ग्राम पंचायत में पानी की पाइनलाइन लगाने के लिए कहेंगी। इसकी मदद से 1000 हेक्टेअर भूमि को सींचा जा सकेगा।
वो कहती हैं कि पीएम मोदी मेरे लड़के की तरह हैं। वो कहती हैं कि मेरे सबसे बडे लड़के की उम्र 66 साल है और पीएम मोदी की उम्र भी उसी के आसपास है। गंगूबाई इस बात की प्रति बेफ्रिक दिखी कि पीएम मोदी उनकी बात जरूर सुनेंगे और उनके गांवों के किसानों की मदद करेंगे।