चीन, अमेरिका और भारत में लगाई गई दुनिया की कोविड-19 की 60% वैक्सीन
नई दिल्ली, जून 05: कोविड -19 से लड़ने के लिए लगभग छह महीनों में विश्व स्तर पर 2 बिलियन से अधिक वैक्सीन की खुराक दी गई है। विश्व स्वास्थ्य संगठन के एक वरिष्ठ सलाहकार ने कहा कि अब तक विश्व भर में वितरित किए गए कोविड-19 रोधी दो अरब टीकों में से करीब 60 प्रतिशत टीके महज तीन देशों चीन, अमेरिका और भारत को मिले हैं। यह अनुमान है कि कोरोना वायरस के खिलाफ किसी प्रकार की हर्ड इम्युनिटी प्राप्त करने के लिए दुनिया की 70 प्रतिशत आबादी को टीकाकरण की आवश्यकता है।
डब्ल्यूएचओ महानिदेशक टेड्रोस अदहानोम गेब्रेयेसस के वरिष्ठ सलाहकार ब्रुस एलीवर्ड ने कहा कि, इस हफ्ते हमें दो अरब से अधिक टीके मिलेंगे...हम टीकों की संख्या और नए कोविड-19 रोधी टीकों के लिहाज से उल्लेखनीय दो अरब टीकों का आंकड़ा पार कर लेंगे। इन्हें 212 से अधिक देशों में वितरित किया गया है। इसमें से 75 प्रतिशत से अधिक खुराक महज 10 देशों को मिली है। यहां तक कि 60 फीसदी टीके तीन देशों चीन, अमेरिका तथा भारत को मिले हैं।
उन्होंने कहा कि कोवैक्सीन ने कोविड-19 रोधी टीके 127 देशों में वितरित करने और कई देशों में टीकाकरण अभियान शुरू करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। उन्होंने बताया कि दो अरब टीकों में से चीन, भारत और अमेरिका को मिली 60 प्रतिशत खुराकों को ''घरेलू रूप से खरीदा और इस्तेमाल किया गया। एलीवर्ड ने कहा कि केवल 0.5 प्रतिशत टीके कम आय वाले देशों को गए जो दुनिया की आबादी का 10 प्रतिशत हैं। ये तीनों देश विश्व की कुल जनसंख्या का 40 प्रतिशत रखते हैं। वे प्रशासित औसत दैनिक खुराक के मामले में भी सबसे तेज रहे हैं।
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उन्होंने कहा, ''हमें उम्मीद है कि सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया कम से कम चौथी तिमाही में फिर से टीकों की आपूर्ति शुरू करें। दुनिया का सबसे बड़ा टीका निर्माता एसआईआई कोवैक्स को एस्ट्राजेनेका टीकों की आपूर्ति करने वाला अहम संस्थान है। भारत में कोविड-19 महामारी की दूसरी लहर के कारण कोवैक्स को टीकों की आपूर्ति बाधित हो गयी है।