रजनीकांत को 51वां दादा साहेब फाल्के पुरस्कार, केंद्र ने किया नाम का ऐलान
नई दिल्ली: साउथ के सुपरस्टार रजनीकांत के फैन्स के लिए एक बड़ी खबर है। इस बार 51वां दादा साहेब फाल्के पुरस्कार रजनीकांत को दिया जाएगा। इसकी घोषणा गुरुवार को केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने की। इस पुरस्कार को भारतीय फिल्म जगत का सबसे बड़ा पुरस्कार माना जाता है। रजनीकांत 5 दशकों ने साउथ की सिनेमा पर राज कर रहे हैं। इसके अलावा उन्होंने बॉलीवुड की भी कई हिट फिल्में की हैं।
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केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री जावड़ेकर ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि देश के सभी हिस्सों के फिल्मकार, एक्टर, एक्ट्रेस, गायक, संगीतकार को समय-समय पर दादा साहब फाल्के अवॉर्ड मिला है। आज उन्हें इस बात का ऐलान करते हुए खुशी हो रही है कि 2021 का अवॉर्ड महानायक रजनीकांत को मिलेगा। रजनी बीते 5 दशक से सिनेमा की दुनिया पर राज करते हुए लोगों का मनोरंजन कर रहे हैं। यही कारण है कि केंद्र सरकार ने इस बार उनका नाम चुना है।
ज्यूरी
ने
नाम
पर
लगाई
मुहर
भारत
में
पहली
फिल्म
का
निर्माण
1913
में
हुआ
था,
जिसका
नाम
राजा
हरिशचंद्र
था।
इस
फिल्म
को
दादा
साहब
फाल्के
ने
बनाया
था।
उनके
निधन
के
बाद
केंद्र
सरकार
ने
उनके
सम्मान
में
इस
अवॉर्ड
की
घोषणा
की
थी।
जावड़ेकर
के
मुताबिक
रजनीकांत
के
नाम
का
चुनाव
एक
ज्यूरी
ने
किया।
जिसमें
आशा
भोंसले,
मोहनलाल,
विश्वजीत
चटर्जी,
शंकर
महादेवन
और
सुभाष
घई
शामिल
थे।
इन
सभी
ने
एकमत
होकर
रजनीकांत
के
नाम
पर
मुहर
लगाई।
रजनीकांत का फैंस के नाम संदेश- राजनीति में आने का दबाव ना बनाएं, मुझे तकलीफ होती है
नहीं
लड़
पाए
चुनाव
आपको
बता
दें
कि
पिछले
साल
रजनीकांत
ने
नई
पार्टी
बनाकर
तमिलनाडु
विधानसभा
चुनाव
लड़ने
का
ऐलान
किया
था।
इसी
बीच
हैदराबाद
में
शूटिंग
के
दौरान
उनकी
तबीयत
बिगड़
गई।
डॉक्टरों
के
मुताबिक
रजनीकांत
का
किडनी
ट्रांसप्लांट
हो
चुका
है।
ऐसे
में
वो
इतने
फिट
नहीं
हैं
कि
चुनाव
प्रचार
कर
सकें।
जिस
वजह
से
उनको
चुनाव
ना
लड़ने
की
सलाह
दी
थी।
बाद
में
रजनी
ने
भी
उसे
मानते
हुए
अपने
कदम
पीछे
खींच
लिए।