Veerangana on Wheels:हिमाचल प्रदेश में इस बेजोड़ पहल से यूं बदल रही है पुलिस की तस्वीर
शिमला, 4 जुलाई: शिमला पुलिस ने शहर में महिलाओं के खिलाफ अपराध रोकने के लिए 'वीरांगना ऑन व्हील्स' की शुरुआत की है। इसके तहत महिला पुलिसकर्मी शहर में संकट में फंसी महिलाओं की मदद के लिए पेट्रोलिंग करेंगी। शिमला में इस पहल की शुरुआत शिमला नगर निगम के मेयर सत्या कौंडाल ने की है, जिसमें महिला पुलिसकर्मियों वाले 6 टू-व्हीलर को 'वीरांगना ऑन व्हील्स' योजना के तहत झंडी दिखाकर रवाना किया गया है। बता दें कि इस योजना की शुरुआत हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम सिंह ठाकुर पहले ही कर चुके हैं। जानिए यह योजना है क्या और इसे किस मकसद से शुरू किया गया है।
शिमला में 'वीरांगना ऑन व्हील्स' की शुरुआत
शिमला के एसपी मोहित चावला के मुताबिक 'वीरांगना ऑन व्हील्स' हिमाचल प्रदेश पुलिस की ओर से स्थापित हेल्प डेस्क का हिस्सा है। उन्होंने कहा है, 'हिमाचल प्रदेश और शिमला पुलिस महिलाओं की सुरक्षा को लेकर प्रतिबद्ध है। 6 महीने पहले शिमला पुलिस ने शिमला शहर में ट्रैफिक रेगुलेशन और मैनेजमेंट प्लान के तहत 'रफ्तार स्क्वॉड' की शुरुआत की थी और 24X7 पुलिस वाले वाहनों पर तैनात किए गए थे।' उनका कहना है कि, 'हमें अच्छा रेस्पॉन्स मिला। और उसको ध्यान में रखकर हमने इन महिला कॉन्सटेबलों को शामिल किया है। शिमला जिले के लिए ऐसी 20 बाइक दी गई हैं और हर पुलिस स्टेशन में एक तैनात की जाएगी। वो वाहनों के संचालन को भी देखेंगे।' शिमला में इसकी शुरुआत शनिवार को हुई है।
महिलाओं के खिलाफ अपराध रोकना है मकसद
इस मौके पर शिमला के मेयर ने कहा है, 'महिलाओं के खिलाफ अपराध बढ़ रहे हैं। मुझे खुशी है कि पुलिस ने इस पहल की शुरुआत की है। महिला पुलिसकर्मी शहर के किसी भी सड़क पर तुरंत पहुंच जाएंगी। मैं इसके लिए शिमला पुलिस का आभारी हूं।' गौरतलब है कि पिछले 15 अप्रैल को हिमाचल प्रदेश के सीएम जयराम सिंह ठाकुर ने 135 थानों में महिला हेल्प डेस्क के लिए 135 हॉन्डा ऐक्टिवा को झंडी दिखाकर रवाना किया था। महिलाओं के खिलाफ अपराध रोकने की जिम्मेदारी दिए जाने के चलते इस मिशन का नाम 'वीरांगना ऑन व्हील्स' रखा गया है। उम्मीद है कि इस योजना की वजह से अपनी शिकायतें लेकर पुलिस स्टेशनों में पहुंचने वाली परेशान महिलाओं को अब बेहतर अनुभव का अहसास होगा और टू-व्हीलर्स होने की वजह से महिला पुलिसकर्मियों को उनकी सहायता के लिए फौरन कहीं भी पहुंचने में भी दिक्कत नहीं होगी।
निर्भया स्कीम के तहत चल रही है योजना
बता दें कि हिमाचल प्रदेश पुलिस ने इस योजना की शुरुआत निर्भया स्कीम के तहत की है। इसका मकसद लड़कियों और महिलाओं की शिकायतों पर तत्काल कार्रवाई करना है। यह योजना पूरे राज्य में शुरू की गई है। यह स्कीम महिला हेल्प डेस्क से जुड़ी हुई है, जो केंद्र सरकार की एक योजना है। इसके तहत राज्य के प्रत्येक पुलिस स्टेशन को 1 लाख रुपये उपलब्ध करवाए जाते हैं। इसके तहत एक डेस्कटॉप भी उपलब्ध करवाई जाती है। उम्मीद है कि महिलाओं और लड़कियों से मिलने वाली शिकायतों पर तत्काल कार्रवाई होने से उनके खिलाफ होने वाले अपराधों पर रोक लगाने में मदद मिलेगी। इस योजना को लक्ष्य यही है कि हेल्प डेस्क पर शिकायत मिलते ही त्वरित कार्रवाई हो, जिससे पीड़ित महिलाओं में विश्वास का माहौल कायम हो और उन्हें ऐसी शिकायतों के लिए इधर-उधर भटकना नहीं पड़े।