कोटखाई गैंगरेप: जब जंगलों में गूंजी स्कूली छात्रा की दर्दनाक चीखें
सीबीआई ने महासू के स्कूल से लेकर हालाईला तक पूरे क्राईम सीन को रिक्रिएट किया। इस दौरान दांदी के जंगल में कुछ अलग ही नजारा था।
शिमला। शिमला जिले के कोटखाई में स्कूली छात्रा से गैंगरेप और मर्डर मामले में पिछले दिनों से बार बार हर किसी के जेहन में सवाल उठ रहा था कि दांदी के जंगल में अगर वारदात हुई है तो क्या स्कूली छात्रा दरिंदों के चुंगल में आने पर चिल्लाई भी होगी। इसी सवाल का समाधान करने के लिये मामले की जांच में जुटी सीबीआई टीम हलाईला पहुंची। सीबीआई ने महासू के स्कूल से लेकर हालाईला तक पूरे क्राईम सीन को रिक्रिएट किया। इस दौरान दांदी के जंगल में कुछ अलग ही नजारा था।
पुलिस थ्योरी का जांचना चाहती थी सीबीआई
जांच में जुटी सीबीआई की टीम की अहम सदस्या डीएसपी सीमा पाहूजा की मौजूदगी में दांदी के जंगल में क्राईम सीन रिक्रियेट किया गया। जांच दल यह जानने का प्रयास करता रहा कि वारदात के समय अगर स्कूली छात्रा चीखी चिल्लाई होगी तो उसकी आवाज कहां तक गई होगी। सीबीआई पुलिस की इस बात को पुष्टि करना चाह रही थी क्या छात्रा से गैंगरेप वाकई इस स्पॉट के पास हुआ है।
लड़की के मामा से सीबीआई ने की पूछताछ
सीबीआई ने इस दौरान छात्रा के मामा से भी पूछताछ कि क्योंकि वारदात के दिन छात्रा अपने मामा के घर से जंगल की तरफ निकली थी। उनसे पूछा गया कि जब छह जुलाई को स्कूली छात्रा को पहली बार इस जगह पर देखा गया तो उसका शव किस हालत में पड़ा था। उस दौरान उन्होंने किन-किन चीजों को देखा और उन्हें शक किस पर है। जिस स्कूल में स्कूली छात्रा पढ़ती थी, उसी के बगल में वन विश्राम गृह है। यहां से पहले सीबीआई उस घटनास्थल तक गई जहां गुडिय़ा का शव फेंका गया था। वहां पर स्कूली छात्रा बनकर जांच करने और तमाम तरह की तहकीकात के बाद जंगल के बीचोंबीच से सीबीआई की स्पेशल काईम ब्रांच के ये सभी सदस्य स्कूली के घर तक जंगल के दूसरे छोर तक पहुंचे। इसके बाद सीबीआई की टीम ने स्कूली छात्रा के मां-बाप और परिजनों से बातचीत की।
दांदी का भूत बताएगा सच
सीबीआई के एक अधिकारी से स्कूली छात्रा के बड़े मामा ने कहा कि जिनको पकड़ा गया, वे अपराधी हैं या नहीं, वे नहीं जानते। गलत लोग पकड़े गए या सही लोग, उन्हें इसकी कोई जानकारी नहीं। दांदी का भूत ही इस पूरे मामले में इंसाफ करेगा। उसी के क्षेत्र में ही अपराध हुआ है। उसी की कृपा से सीबीआई यहां तक पहुंच चुकी है। अभी दांदी का भूत कहीं सोया पड़ा है, जागेगा तो सीबीआई को सब मालूम हो जाएगा। यह मालूम रहे कि दांदी जंगल के स्थान देवता को दांदी का भूत कहा जाता है। स्थानीय लोगों की इस देवता में बड़ी आस्था है।