मणिपुर के आतंकी ब्लास्ट में शहीद हुआ हिमाचल का लाल, परिजनों ने सरकार से की बदले की मांग
सुबह करीब 7 बजे घटी इस घटना की जानकारी परिजनों को दे दी गई। जिस पर परिजनों ने सरकार से इस पर बदले की कार्रवाई करने की मांग की है।
शिमला। मणिुपर में हुए एक आईईडी (इंप्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस) ब्लास्ट में हिमाचल प्रदेश का एक जवान शहीद हो गया। असम राइफल में तैनात राइफलमैन इंदर सिंह, मंडी जिला के पंडोह का रहने वाला है। घटना के बाद से शहीद जवान के पैतृक गांव में मातम का महौल है। जानकारी के मुताबिक मणिपुर के चंदेल जिला में हुए आईईडी ब्लास्ट में दो जवान शहीद हुए हैं, जिनमें मंडी जिला के पंडोह के रहने वाले राइफलमैन इंद्र सिंह (35) भी हैं। इंफाल से 64 किलोमीटर दूर चंदेल शहर के महामनी गांव में सुबह के समय जवान गश्त कर रहे थे तो उनके शिविर के पास एक धमाका हो गया। इंद्र सिंह असम राइफल में साल 2003 से मणीपुर में ही तैनात था। इस घटना में 6 जवान भी घायल हुए हैं। सुबह करीब 7 बजे घटी इस घटना की जानकारी परिजनों को दे दी गई। जिससे उसके गांव में मातम का महौल है। परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है।
बुधवार तक पैतृक गांव पहुंचेगा पार्थिव शरीर
शहीद के पिता की पहले ही मौत हो चुकी है। उसका एक भाई और दो बहनें हैं। शहीद अपने पीछे 29 वर्षीय पत्नी इंदु, 7 वर्षीय पुत्र उदय सिंह और बूढ़ी मां को छोड़ गया है। बताया जा रहा है कि शहीद का शव पूरी तरह से क्षत-विक्षत हो गया है। शहीद का पार्थिव शरीर बुधवार तक पैतृक गांव पहुंच सकता है। परिजनों को अपने सपूत की शहादत पर तो नाज है लेकिन नक्सलियों के आए दिन किए जा रहे ऐसे कायराना हमलों को लेकर भारी आक्रोश भी है।
परिजनों की सरकार से ये मांग
शहीद के परिजनों ने सरकार से नक्सलवाद पर ठोस कार्रवाई की मांग की है ताकि आए दिन शहीद हो रहे देश के वीर सपूतों को ऐसे कायराना हमलों से बचाया जा सके। शहीद इंद्र सिंह जून महीने में छुट्टियां काटने घर आया था और जुलाई महीने में वापस ड्यूटी पर लौटा था।
आतंकियों ने छीन ली खुशियां
बीती रात को ही शहीद ने अपने परिवार वालों से फोन पर बात की थी और अपनी खैरियत के बारे में बताया था, लेकिन सुबह तक परिजनों को कुछ और सूचना प्राप्त हुई। परिजनों ने सरकार से पार्थिव शरीर को जल्द से जल्द घर पहुंचाने की गुहार लगाई है।
Read more: VIDEO: मुरादाबाद में मौत की पटरी पर बाल-बाल बचे लोग, रद्द हुईं कई ट्रेनें