Himachal Pradesh Elections: कुछ इस तरह से प्रियंका ने हिमाचल में बदली तस्वीर, अब है मुश्किल चुनौती
हिमाचल में रंग लाई प्रियंका गांधी की मेहनत। प्रदेश में जीत के बाद पार्टी के सामने सबसे मुश्किल चुनौती अगले मुख्यमंत्री का चयन करना है।
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Himachal Pradesh Elections: हिमाचल प्रदेश में वरिष्ठ कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी ने चुनाव प्रचार में अपनी पूरी ताकत झोंक दी। यूं तो यहां पर मुख्यमंत्री के चेहरे का पार्टी की ओर से ऐलान नहीं किया गया था। लेकिन प्रियंका गांधी का चेहरा तकरीबन हर जगह कांग्रेस के प्रचार अभियान में नजर आया। हिमाचल प्रदेश में प्रियंका गांधी ने कुल 5 सीटों पर प्रचार किया, जिसमे से कांग्रेस ने 4 सीटों पर जीत दर्ज की है। ऐसे में प्रियंका गांधी का हिमाचल प्रदेश में सफलता का स्ट्राइक रेट 80 फीसदी रहा। वहीं कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कुल 2 सीटों पर प्रचार किया और पार्टी को एक ही सीट पर जीत मिली, लिहाजा उनका सफलता का स्ट्राइक रेट 50 फीसदी का रहा। ऐसे में साफ है कि प्रियंका गांधी को लोगों ने पसंद किया।
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प्रियंका गांधी के हाथ में रही कमान
हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस पार्टी ने एक तरह से प्रियंका गांधी के ही चेहरे पर चुनाव लड़ा। हर पोस्टर और सोशल मीडिया पोस्ट में प्रियंका गांधी के ही चेहरे का इस्तेमाल किया गया। इसका असर वोट शेयर और कांग्रेस की सीटों पर देखने को मिला। अगर कांग्रेस के वोट शेयर की बात करें तो पिछले चुनाव 2017 में कांग्रेस को कुल 42 फीसदी वोट मिला था और पार्टी को 21 सीटों पर जीत मिली थी, लेकिन इस बार कांग्रेस को तकरीबन 44 फीसदी वोट मिला और उसे 40 सीटों पर जीत मिली।
हॉर्स ट्रेडिंग का खतरा
हॉर्स ट्रेडिंग का खतरा
भाजपा और कांग्रेस के बीच वोटों का अंतर सिर्फ एक फीसदी का रहा, लेकिन 2018 के बाद कांग्रेस ने पहली बार अपने दमपर किसी राज्य में पूर्ण बहुमत की सरकार बनाने में सफलता हासिल की है। लेकिन कांग्रेस की जीत के बाद भी पार्टी को हॉर्स ट्रेडिंग का डर सता रहा है। पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर से जब इसको लेकर सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि राजनीति है इसमे जो परिस्थिति होगी उसको लेकर कुछ कहा नहीं जा सकता है। जयराम ठाकुर ने कहा कि सब तरह की संभावनाएं हैं।
सीएम की रेस दिलचस्प
हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस की जीत के बाद प्रदेश के मुख्यमंत्री कुर्सी को लेकर रेस तेज हो गई है। इस रेस में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष प्रतिभा सिंह सबसे आगे हैं। जब उनसे पूछा गया कि क्या वह मुख्यमंत्री पद की जिम्मेदारी उठाने के लिए तैयार हैं तो उन्होंने कहा क्यों नहीं। ऐसे में हिमाचल में सीएम की कुर्सी पर पांच बड़े दावेदार है। इसमे प्रतिभा सिंह के अलावा सुखविंदर सिंह सुक्खू, मुकेश अग्निहोत्री, हर्षवर्धन चौहान, राजेश धर्माणी का नाम भी शामिल है। प्रतिभा सिंह के बेटे विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि मैं एक बेटे के तौर पर जरूर चाहूंगा कि मेरी मां मुख्यमंत्री बनें। उन्होंने कहा कि मैं मां के लिए अपनी कुर्सी छोड़ने के लिए तैयार हैं। वहीं सुखविंदर सिंह को राहुल गांधी का करीबी माना जाता है, वह भी इस रेस में आगे हैं।